पुणे जिला केंद्रीय सहकारी बैंक ने वित्तीय वर्ष 2022-23 में 351 करोड़ रुपये का सकल लाभ अर्जित किया। 31 मार्च 2023 तक बैंक का कारोबार 19,455 करोड़ रुपये रहा।
महाराष्ट्र के पूर्व उपमुख्यमंत्री और बैंक निदेशक अजीत पवार ने वित्तीय आंकड़ों को मीडिया के साथ साझा किया। 31 मार्च 2023 तक बैंक का जमा आधारा 11,389 करोड़ रुपये (2021-22) से बढ़कर 11,481 करोड़ रुपये हो गया, जबकि वित्त वर्ष 2022-23 में ऋण और अग्रिम 7566 करोड़ रुपये से बढ़कर 7974 करोड़ रुपये हो गया।
बैंक ने 70.70 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया, जो पिछले वित्त वर्ष यानी 2021-22 की तुलना में अधिक है। बैंक का ग्रॉस एनपीए भी 4.76 फीसदी से घटकर 4.51 फीसदी पर आ गया।
इसके अलावा, बैंक ने एक प्रशिक्षण केंद्र स्थापित करने के लिए 26.71 करोड़ रुपये के मार्केट यार्ड में भुविकास बैंक का 35,000 वर्ग फुट का प्लॉट खरीदा।
बैंक ग्रामीण क्षेत्र, उद्यमियों और वेतनभोगी लोगों की सभी वित्तीय आवश्यकताओं को पूरा करने में सक्षम है और ग्रामीण अर्थव्यवस्था के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
बैंक मुख्य रूप से कृषि और संबद्ध गतिविधियों, महिलाओं के स्वयं सहायता समूहों और आम और निम्न-आय वाले लोगों के समूहों का वित्तपोषण कर रहा है।
इसी तरह, बैंक ने पुणे जिले में कृषि और संबद्ध गतिविधियों के विकास के लिए समर्पित प्रयासों के साथ सहकारी समितियों का एक मजबूत नेटवर्क बनाया है; ताकि कृषकों के जीवन में सुधार लाया जा सके।
पुणे जिले में बैंक की 294 शाखाएँ हैं।