महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक ने वित्तीय वर्ष 2022-23 में 45,064 करोड़ रुपये का कुल कारोबार हासिल किया और 609 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया।
उक्त वित्त वर्ष में बैंक ने सभी वित्तीय मापदंडों पर अच्छा प्रदर्शन किया है केवल पिछले वित्तीय वर्ष यानि 2021-22 की तुलना में बैंक के जमा आधार में थोड़ी गिरवाट आई है।
वित्तीय आंकड़े साझा करते हुए एमएससी बैंक के एडमिनिस्ट्रेटिव बोर्ड के चेयरमैन विद्याधर अनास्कर ने कहा, “एमएससी बैंक का ऋण एवं अग्रिम 26,450 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वर्ष की तुलना में 490 करोड़ रुपये अधिक है। जबकि डिपॉजिट पिछले साल के 18,614 करोड़ रुपये के मुकाबले 2,453 करोड़ रुपये कम हुआ। जमा आधार में कमी के कारण बैंक का कुल कारोबार 45,064 करोड़ रुपये रहा।”
इसके अलावा, बैंक ने वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान, 609 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया। एमएससी बैंक की नेटवर्थ 3,817 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल के मुकाबले 590 करोड़ रुपये अधिक है। अनास्कर ने कहा कि एमएससी बैंक की नेटवर्थ भारत में सहकारी बैंकों में सबसे अधिक है।
बैंक का शुद्ध एनपीए घटकर 0.45% रह गया है। एमएससी बैंक पिछले 10 वर्षों से लगातार ऑडिट में ”क्लास-ए” हासिल कर रहा है। बैंक पिछले 8 वर्षों से अपने शेयरधारकों को 10% लाभांश दे रहा है।
अनास्कर ने आगे कहा, “इसके अलावा, एमएससी बैंक ने राज्य में शहरी सहकारी बैंकों के लिए सरकारी प्रतिभूतियों को खरीदने/बेचने के लिए एक अलग मंच प्रदान किया है। बैंक ने आरटीजीएस/एनईएफटी लेनदेन के लिए एक पोर्टल भी उपलब्ध कराया है।
“एमएससी बैंक ने सहकारी बैंकों को सीटीएस समाशोधन जैसी कई सुविधाएं उपलब्ध कराई हैं। बैंक वर्तमान में सहकारी बैंकों के लिए “साइबर सुरक्षा संचालन केंद्र” मंच प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है”, अनास्कर ने रेखांकित किया।