भारतीय रिज़र्व बैंक ने मुंबई स्थित मराठा सहकारी बैंक लिमिटेड का दि कॉसमॉस को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड, पुणे के साथ स्वैच्छिक समामेलन को अनुमोदित किया।
आरबीआई द्वारा शुक्रवार को जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक, “भारतीय रिज़र्व बैंक ने मराठा सहकारी बैंक लिमिटेड, मुंबई, महाराष्ट्र का दि कॉसमॉस को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड, पुणे, महाराष्ट्र के साथ समामेलन की योजना को स्वीकृति प्रदान की।
“बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 56 के साथ पठित धारा 44ए की उप-धारा (4) के अंतर्गत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए इस योजना को मंजूरी प्रदान की गई है। यह योजना 29 मई 2023 से प्रभावी होगी। मराठा सहकारी बैंक लिमिटेड, मुंबई (महाराष्ट्र) की सभी शाखाएं 29 मई 2023 से दि कॉसमॉस को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड, पुणे (महाराष्ट्र) की शाखाओं के रूप में कार्य करेंगी”, आरबीआई की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार।
गौरतलब है कि लंबे समय से मराठा सहकारी बैंक से जुड़े जमाकर्ता आरबीआई से बैंक का विलय कॉसमॉस कोऑपरेटिव बैंक के साथ करने की मांग कर रहे थे। यहां तक कि भारतीय सहकारिता को भी जमाकर्ताओं की ओर से विलय के संदर्भ में कई मेल प्राप्त हुए थे।
मराठा सहकारी बैंक की स्थापना 1946 में हुई थी। बैंक की सात शाखाएं है और इसका संचालन क्षेत्र बृहन् मुंबई, नवी मुंबई, ठाणे, रायगढ़, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग जिला है।
बैंक ने 2021-22 वित्त वर्ष के दौरान 3.81 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था। वहीं 31 मार्च 2022 तक बैंक ने 52.43 करोड़ रुपये घाटा दर्ज किया। 31 मार्च 2022 तक, बैंक की नेट वर्थ (-) 23.59 करोड़ रुपये थी। आरबीआई ने बैंक पर सबसे पहले 31.08.2016 को दिशा-निर्देश जारी किये थे जिसे समय-समय पर बढ़ाया गया।
एक करीबी सूत्र का कहना है कि यह विलय कॉसमॉस बैंक को मुंबई शहर में अपने कारोबार को बड़े पैमाने पर फैलाने में मदद करेगा। इस बीच बैंक ने वित्त वर्ष 2022-23 में 151 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था।