नई दिल्ली के प्रगति मैदान में 17वीं भारतीय सहकारी कांग्रेस के समापन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय मत्स्य पालन और पशुपालन मंत्री परषोत्तम रूपाला ने सहकारी नेताओं से इफको नैनो यूरिया के बारे में जागरूकता फैलाने को कहा, जो न केवल मिट्टी के अनुकूल है बल्कि देश के किसानों के लिए काफी मददगार है।
“दुनिया में इफको एकमात्र ऐसी सहकारी संस्था है, जिसने नैनो यूरिया का आविष्कार किया और भारत को गौरवान्वित महसूस कराया है। हम इस उपलब्धि के लिए इफको के अध्यक्ष दिलीपभाई संघानी और इसके प्रबंध निदेशक डॉ. यू.एस.अवस्थी के बहुत आभारी हैं”, रूपाला ने कहा।
उन्होंने आगे कहा, नैनो यूरिया न केवल विदेशी मुद्रा बचाएगा बल्कि किसानों की उत्पादकता को भी बढ़ाएगा। एक बैग यूरिया की कीमत करीब 2200 रुपये प्रति बैग होती है लेकिन सरकार सब्सिडी देकर इसे 268 रुपये प्रति बैग के हिसाब से किसानों को उपलब्ध कराती है। रूपाला ने कहा कि नैनो यूरिया के लिए किसी सब्सिडी की आवश्यकता नहीं है और अगर किसान इसे सफलतापूर्वक अपनाते हैं तो इससे सरकार का भारी पैसा बचेगा।
रूपाला ने आगे कहा, “नैनो यूरिया के बारे में किसानों के बीच जागरूकता पैदा करने की आवश्यकता है।”
समापन समारोह में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला मुख्य अतिथि थे।