77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर नई दिल्ली में लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अन्य बातों के अलावा, सहकारी क्षेत्र, नैनो यूरिया और नैनो डीएपी पर भी बात की।
मोदी ने कहा कि सहकारी समितियां देश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं और ड्रोन के माध्यम से नैनो यूरिया का छिड़काव गेम चेंजर साबित होने वाला है।
प्रधानमंत्री ने लाल किले से यह भी कहा, ”हम महिलाओं को कौशल प्रशिक्षण देंगे और उन्हें ड्रोन चलाने के साथ-साथ ड्रोन रिपेयर करने की भी ट्रेनिंग देंगे। भारत सरकार हजारों महिला स्वयं सहायता समूहों को ड्रोन उपलब्ध कराएगी।”
पीएम ने कहा कि सहकारिता को बल देने, आधुनिक बनाने और देश के कोने-कोने में लोकतंत्र की सबसे बड़ी इकाई को मज़बूत करने के लिए अलग सहकारिता मंत्रालय बनाया गया है।
पीएम ने कहा, “सहकारिता मंत्रालय देश में सहकारी संस्थाओं का जाल बिछा रहा है, जिससे गरीब से गरीब व्यक्ति की सुनवाई हो, उसकी आवश्यकताओं की पूर्ति हो और वो राष्ट्र के विकास में अपना योगदान दे सके।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत ने सहकार से समृद्धि का रास्ता अपनाया है।
उन्होंने आगे कहा, ”एक तरफ नैनो यूरिया और नैनो डीएपी पर काम हो रहा है तो दूसरी तरफ हम जैविक खेती पर भी बल दे रहे हैं। आज किसान उत्पादक संघ ऐप बनाया जा रहा है तो हम सेमीकंडक्टर का भी निर्माण करना चाह रहे हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “सरकार ने किसानों के लिए यूरिया सब्सिडी के रूप में 10 लाख करोड़ रुपये आवंटित किए। वैश्विक स्तर पर 3,000 रुपये प्रति बैग की कीमत वाला यूरिया किसानों को 300 रुपये प्रति बैग की सस्ती दर पर मुहैया कराया जा रहा है।”
इस बीच, प्रधानमंत्री के भाषण से उत्साहित होकर इफको के एमडी डॉ. यू.एस.अवस्थी ने ट्वीट किया, “आज माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी
जी ने लाल क़िले से स्वतंत्रता दिवस के राष्ट्र के नाम संबोधन में नैनो उर्वरकों जैसे नैनो यूरिया और नैनो डीएपी के बारे में देश को बताया।देश के लिये गर्व की बात है की नैनो उर्वरकों से हमारा देश आत्मनिर्भर भारत की ओर तेज़ी से बढ़ रहा है। इफको में हम निरंतर शोध और नवाचार के माध्यम से भारत में कृषि और किसानों के उत्थान के लिए समर्पित है। आपको ह्रदय से धन्यवाद माननीय प्रधानमंत्री जी।”