लोकमान्य बहुउद्देशीय सहकारी समिति ने वित्त वर्ष 2022-23 में 12,000 करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार हासिल किया और 18.20 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया।
इस शानदार उपलब्धि पर समिति से जुड़े शेयरधारकों को एक संदेश में, सोसायटी के अध्यक्ष किरण डी ठाकुर ने कहा, “हम संस्था को आगे बढ़ाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं और समिति से जुड़े जमाकर्ताओं (सदस्यों) को उत्कृष्ट सेवाएं प्रदान करने में सक्षम हैं। 28 वर्षों की यह यात्रा एक अभूतपूर्व यात्रा रही है। इस यात्रा को सफल बनाने में मैं आप सभी को धन्यवाद देता हूं।”
“हम कड़ी मेहनत करके समिति को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में प्रयासरत रहेंगे। व्यावसायिक प्रदर्शन में नई ऊंचाइयां हासिल करेंगे। वित्त वर्ष 2022-23 में हमने अपने ग्राहकों को कम ब्याज पर ऋण उपलब्ध कराने के लिए आरबीआई द्वारा अनुमोदित बैंकों और एनबीएफसी के साथ समझौता किया है”, ठाकुर ने रेखांकित किया।
उन्होंने आगे कहा, चुनौतीपूर्ण दौर के बावजूद सोसायटी ने जबरदस्त प्रदर्शन किया है। इस वर्ष हमारा प्रदर्शन पिछले वर्ष से बेहतर है। वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान सोसायटी ने कोर सेक्टर में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। मुख्य आय स्रोत जैसे ऋण और निवेश पर ब्याज और बीमा व्यवसाय पर कमीशन में प्रभावशाली वृद्धि देखी जा रही है।
बता दें कि वित्त वर्ष 2022-23 में समिति का कारोबार 11,259 करोड़ रुपये (2021-22) से बढ़कर 12,964 करोड़ रुपये हो गया। 31 मार्च 2023 को सोसायटी का जमा आधार 6,102 करोड़ रुपये से बढ़कर 7,202 करोड़ रुपये हो गया, जबकि ऋण और अग्रिम 5,157 करोड़ रुपये से बढ़कर 5,762 करोड़ रुपये हो गए।
इसके अलावा, वित्त वर्ष 2022-23 में सोसायटी की कार्यशील पूंजी 7,485 करोड़ रुपये रही।
लोकमान्य सोसायटी अपनी 213 शाखाओं के माध्यम से चार राज्यों, अर्थात् कर्नाटक, महाराष्ट्र, गोवा और दिल्ली में अपने ग्राहकों को सेवा प्रदान कर रही है।
पाठकों को याद होगा कि हाल ही में लोकमान्य बहुउद्देशीय सहकारी समिति ने अपना मुख्य कार्यालय कर्नाटक से पुणे में स्थानांतरित किया था। इसे पुणे के लॉ कॉलेज रोड पर स्थापित किया गया है।