केरल की भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) ने कंडाला सेवा सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष एन. भासुरंगन के ऊपर घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग के लगे आरोपों के बीच पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से हटा दिया है, हिंदू की एक रिपोर्ट के अनुसार।
बता दें कि तिरुवनंतपुरम स्थित कंडाला सेवा सहकारी बैंक पर सीपीआई के लोगों का नियंत्रण है।
सीपीआई के एक सूत्र के हवाले से कहा गया है कि इस घोटाले के कारण 2015 से 2021 तक बैंक की संपत्ति में 101 करोड़ रुपये की गिरावट आई है।