हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक एनपीए को नियंत्रित करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहा है। बैंक का सकल एनपीए 5.96 प्रतिशत और शुद्ध एनपीए 2.18 प्रतिशत पर आ गया है।
इस उपलब्धि पर प्रतिक्रिया देते हुए, बैंक के अध्यक्ष देवेंद्र श्याम ने कहा, “बैंक ने निरंतर प्रभावी तरीकों से रिकवरी करते हुए इस उपलब्धि को हासिल किया है और आज बैंक ने अपने ग्रॉस एनपीए को 5.96 प्रतिशत तक पहुंचा दिया है। अगर बैंक के एनपीए के वर्ष 2019 के आंकड़ों को देखा जाए तो यह 9.21 प्रतिशत था। इस तरह से बैंक ने वर्ष 2019 से अब तक 3.25 प्रतिशत की बड़ी कटौती की है।
अध्यक्ष ने नेट एनपीए की जानकारी देते हुए बताया कि बैंक ने एनपीए के विरुद्ध पर्याप्त प्रावधान करके बैंक के नेट एनपीए को 2.18 प्रतिशत तक पहुंचा दिया है जो की बैंक के इतिहास में एक बड़ी उपलब्धि है और बैंक ने इस वित्त वर्ष के अंत तक नेट एनपीए को 1.50 प्रतिशत तक पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
बैंक के प्रबंध निदेशक श्रवण मांटा ने जानकारी देते हुए बताया कि शाखाओं द्वारा निरंतर एनपीए की रिकवरी की जा रही है और एनपीए की निरंतर और प्रभावी निगरानी के लिए प्रबंध निदेशक, बैंक की अध्यक्षता में बैंक ने एक समिति गठित की है जिसके द्वारा मासिक आधार पर क्षेत्र अधिकारियों (जिला प्रबंधक) के साथ वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से एनपीए की स्थिति की निगरानी की जाती है।
“बैंक ने इस वित्त वर्ष के अंत तक अपने ग्रॉस एनपीए को 5 प्रतिशत से नीचे लाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। जैसा की सर्वविदित है की 5 प्रतिशत के कम एनपीए किसी भी बैंक के लिए बड़ा आइडियल एनपीए माना जाता है और जिससे बैंक की हेल्थ का भी पता चलता है। राज्य सहकारी बैंक अपने इस लक्ष्य के काफी नजदीक है”, प्रबंध निदेशक ने कहा।