हर साल की तरह इस साल भी न्यू ईयर के मौके पर इफको के प्रबंध निदेशक डॉ यूएस अवस्थी ने उर्वरक सहकारी क्षेत्र से जुड़ी उपलब्धियों और चुनौतियों का वर्णन करते हुए एक संदेश जारी किया। हम उनके संदेश को हूबहू नीचे प्रस्तुत कर रहे हैं।
मित्रो,
आप सभी को नव वर्ष 2024 की हार्दिक शुभकामनाएं वर्ष 2024 आप सबके लिए सुखद और मंगलमय हो। नव वर्ष का स्वागत करते हुए मैं वर्ष 2023 की उपलब्धियों और सफलताओं के लिए आपको हृदय से धन्यवाद देता हूँ। मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि इफको माननीय
प्रधानमंत्री जी के ‘‘सहकार से समृद्धि’’ के संकल्प के लिए प्रतिबद्ध है। इसलिए इफको देश के किसानों के लिए नये युग का परिवर्तनकारी उर्वरक लेकर आया और माननीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह जी से इफको सदन में इफको नैनो डीएपी लांच करने का अनुरोध किया। उनके कर कमलों से ही कलोल में भारत का प्रथम इफको नैनो डीएपी संयंत्र राष्ट्र को समर्पित किया गया। उन्होंने देवघर में इफको नैनो यूरिया और कांडला में इफको नैनो डीएपी के संयंत्र की भी आधारशिला रखी। केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने आंवला और फूलपुर में इफको नैनो यूरिया संयंत्रों का उद्घाटन करते हुए इसे प्रदूषण रोधी और किसानों की आय बढ़ाने वाली सर्वोत्तम हरित प्रौद्योगिकी बताया। कृषि आदानों की लागत कम करने तथा किसानों की आय दोगुनी करने के माननीय प्रधानमंत्री जी के लक्ष्य को पाने की दिशा में इफको निरंतर प्रयत्नशील है।
वर्ष 2023 इफको के लिए शानदार रहा। इस वर्ष हमने कृत्रिम बुद्धि आधारित कृषि ड्रोन प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में कदम रखते हुए नैनो यूरिया तथा
नैनो डीएपी के छिड़काव के लिए किसानों को इफको किसान ड्रोन उपलब्ध करवाया। हमारी इस पहल से देश भर में कुल 5000 ग्रामीण उद्यमी तैयार होंगे। प्रधानमंत्री जी की नमो ड्रोन दीदी की पहल से प्रेरणा लेकर इफको ग्रामीण महिलाओं को कृषि ड्रोन पायलट के रूप में प्रशिक्षित कर रहा है। इसके माध्यम से ग्रामीण महिलाओं का सशक्तिकरण होगा और वे कृषि क्रांति के संवाहक के रूप में अग्रणी भूमिका निभायेंगी। कृषि ड्रोन किसान भाइयों को नैनो उर्वरकों के छिड़काव तथा फसल स्वास्थ्य के संबंध में उचित निर्णय लेने के लिए का लाभ उठा सकेंगे। अब तक इसके 50,000 से अधिक क्षेत्र परीक्षण हो चुके हैं और 600 से अधिक ग्रामीण उद्यमियों को प्रशिक्षण दिया गया है। इनमें 300 महिलाये हैं, जिन्हें नमो ड्रोन दीदी पायलट कहा जाता है।
सटीक कृषि की राह पर कदम बढ़ाते हुए इफको ने पिछले वर्ष इफको किसान ड्रोन द्वारा नैनो उर्वरकों का छिड़काव करने की एक नई उभरती
प्रौद्योगिकी को अपनाया, जो आधुनिक कृषि के लिए परिवर्तनकारी सिद्ध हुई। सतत विकास को गति देने और भारतीय कृषि के कायाकल्प की असीम संभावना वाली इस प्रौद्योगिकी से किसानों को उत्पादकता बढ़ाने तथा आदान लागत कम करने में मदद मिलेगी। इस पहल को सफल बनाने हेतु इफको की विपणन और आईटी टीम ने पूरी प्रतिबद्धता और मेहनत के साथ कार्य किया है।
वर्ष 2023 के दौरान पूरे देश के किसानों को इफको नैनो यूरिया के शानदार परिणाम मिले हैं और उनकी आमदनी भी बढ़ी है। इनके प्रयोग से
सब्सिडी का भार कम होगा और विदेशी मुद्रा की भी बचत होगी। हमने वर्ष 2023 के दौरान इफको नैनो यूरिया और इफको नैनो डीएपी की बोतलों का निर्यात भी किया है। इफको के नैनो उत्पादों का देश के कृषि-खाद्य क्षेत्र पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। इससे न केवल पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं कम हुई हैं बल्कि टिकाऊ कृषि, मृदा संरक्षण और बेहतर आजीविका के लक्ष्य को पाने में भी मदद मिली है। इफको की सभी विनिर्माण इकाइयों ने शानदार कार्य प्रदर्शन करते हुए समय से पहले अपने उत्पादन लक्ष्य को पूरा किया है। इसके लिए मैं, संयंत्र से जुड़े सभी वैज्ञानिकों, कृषि-वैज्ञानिकों और अभियंताओं को बधाई देता हूँ।
मुझे यह बताते हुए प्रसन्नता हो रही है कि देश भर में कृषि और सहकारिता आंदोलन को सशक्त बनाने की दिशा में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए
इफको को इस साल कई पुरस्कारों से नवाजा गया है। इफको ने विकसित भारत संकल्प यात्रा में सहभागिता करते हुए उत्तर प्रदेश और झारखंड के विभिन्न जिलों में नैनो यूरिया, नैनो डीएपी के स्टॉल लगाए और 30,000 ड्रोन स्प्रे का प्रदर्शन किया। इफको ने किसानों को जागरूक बनाने हेतु देश भर में लगभग 52000 प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्र भी स्थापित किए हैं। मैं यह कहना चाहता हूँ कि इफको देश भर में नई उभरती अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों को
अपनाते हुए देश के करोड़ों किसानों का कायाकल्प करने तथा खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में इसी तरह आगे भी कार्य करता रहेगा।
हमारे अध्यक्ष श्री दिलीप संघानी जी की जीवनी ;ज़ीरो टू हीरो; का लोकार्पण केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री श्री पुरुषोत्तम
रूपाला जी द्वारा गुजरात के अमरेली में एक समारोह में किया गया। श्री संघानी का जीवन सार्वजनिक और सहकारी क्षेत्र के लोगों के लिए प्रेरणाश्रोत है। इसके अलावा, मुझे यह साझा करते हुए भी खुशी हो रही है कि मेरी भी जीवनी – अंग्रेजी में श्री अर्नब मित्रा द्वारा लिखी ‘द जॉयज ऑफ क्राइसिस’ तथा हिंदी में श्री अभिषेक सौरभ द्वारा लिखी ‘संघर्ष का सुख’ का विमोचन इफको की वार्षिक आम बैठक में किया गया। दोनों ही पुस्तकों में मेरे जीवन के निजी प्रसंगों के साथ-साथ इफको और सहकारी क्षेत्र से जुड़े मेरे अनुभवों और विचारों को प्रस्तुत किया गया है। देश और देश के बाहर किसानों और बुद्धिजीवियों के बीच ये चर्चित हुई हैं।
मुझे यह बताते हुए प्रसन्नता हो रही है कि हमने भारत भर के प्रसिद्ध कलाकारों द्वारा बनाये गये 300 से अधिक चित्रों और मूर्तियों को एक नई थीम
पर आधारित कॉफी टेबल बुक- इफको आर्ट ट्रेजर में संकलित किया है। यह कृति विभिन्न कला रूपों का अनुपम संग्रह है जिसमें दुनिया के विभिन्न हिस्सों के कलाकारों के विचारों और विश्वासों की खुशबू है। सहकारी क्षेत्र को मजबूत बनाने के प्रयास में इफको ने 12 क्षेत्रीय भाषाओं में मासिक पत्रिका सहकार उदय का प्रकाशन शुरू किया है। यह पत्रिका सरकार की योजनाओं और सहकारी समितियों की उपलब्धियों के बारे में देश भर में लोगों को जानकारी देती है।
दोस्तों, कृषक परिवारों के साथ आधुनिक कृषि की इस यात्रा में हमारे समक्ष अनेक चुनौतियां और बाधाएं आईं लेकिन हमने कभी हार नहीं मानी।
हमने इनका डटकर मुकाबला किया और हम सफल रहे। किसी शायर ने कहा है :
कुछ लोग तो अपनी हिम्मत से तूफ़ां की ज़द से बच निकले
कुछ लोग मगर मल्लाहों की हिम्मत के सहारे डूब गये
मित्रो, हम सफल हुए क्योंकि हम पहली श्रेणी में विश्वास करते हैं।
आइए, अपनी चमक और कामयाबी को बरकरार रखते हुए हम नये साल में नयी ऊर्जा के साथ आगे बढ़े। वर्ष 2024 आपके और आपके परिवार के लिए सुख, समृद्धि और उत्तम स्वास्थ्य का उपहार लेकर आए। पुनः आप सबको नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ।
डॉ उदय शंकर अवस्थी