गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने बनासकांठा जिले के देवदार गांव में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में सहकारी क्षेत्र का योगदान अहम है।
पटेल ने अपने भाषण में कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में, सहकारी समितियां भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।
इस मौके पर उन्होंने बनास डेयरी और बनास बैंक से जुड़ी विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया। पटेल ने रुपे किसान क्रेडिट कार्ड, माइक्रो एटीएम भी लॉन्च किया और 50,000 से अधिक प्रतिभागियों को संबोधित किया, जिसमें बनास डेयरी, बनासकांठा जिला सहकारी बैंक, पैक्स, दुग्ध समितियों, एपीएमसी और अन्य सहकारी संस्थाओं के सदस्यों बड़ी संख्या में उपस्थित थें।
इस बीच, कार्यक्रम के बारे में ट्वीट करते हुए पटेल ने ‘एक्स’ पर लिखा, ”आज देवदार, बनासकांठा में गुजरात विधानसभा के अध्यक्ष और बनास डेयरी के अध्यक्ष शंकरभाई चौधरी सहित मंत्रियों की उपस्थिति में, बनास डेयरी और बनास बैंक की विभिन्न परियोजनाओं के उद्घाटन के दौरान किसानों के साथ बातचीत करने का अवसर प्राप्त हुआ।
इस अवसर पर अहमदाबाद, राजकोट, सूरत जिलों की सहकारी समितियों को माइक्रो एटीएम कार्ड और किसानों को रुपे केसीसी कार्ड प्रदान किये गये।
उन्होंने आगे कहा, केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमितभाई शाह के दूरदर्शी नेतृत्व में सहकारी समितियों का पैसा जन कल्याण के लिए उपयोग किया जा रहा है।
अपने संबोधन में गुजरात के सहकारिता मंत्री जगदीश विश्वकर्मा ने कहा कि जहां तक डेयरी सहकारी क्षेत्र का सवाल है, बनास डेयरी अद्भुत काम कर रही है और प्रतिदिन 1 करोड़ लीटर दूध का संग्रह किया जा रहा है। बनास डेयरी को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में महिलाओं की भूमिका सराहनीय है।
उन्होंने सहकारी क्षेत्र में त्रिभुवनदास पटेल और सरदार वल्लभभाई पटेल की भूमिका को भी रेखांकित किया।
इस मौके पर गुजरात विधानसभा के उपाध्यक्ष और पंचमहल डेयरी के अध्यक्ष जेठाभाई भरवाड, गुजरात राज्य सहकारी बैंक के अध्यक्ष अजयभाई पटेल, जीसीएमएमएफ के अध्यक्ष शामल पटेल, एमडी जयेन मेहता, बनासकांठा डीसीसीबी के अध्यक्ष सवसीभाई एस चौधरी, नाबार्ड के अध्यक्ष केवी शाजी, केंद्रीय सहकारिता मंत्रालय के सचिव ज्ञानेश कुमार समेत अन्य उपस्थित थे।