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वर्ल्ड को-ऑपरेटिव मॉनिटर में भारत की दूसरी सबसे बड़ी उर्वरक सहकारी संस्था- कृभको ने सेक्टर रैंकिंग में छठा स्थान प्राप्त किया है।
यह घोषणा वर्ल्ड कोऑपरेटिव मॉनिटर-2023 संस्करण के लॉन्च के दौरान की गई। यह रैंकिंग इंटरनेशनल कोआपरेटिव एलायंस (आईसीए) और यूरोपियन रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑन कोऑपरेटिव एंड सोशल एंटरप्राइजेज (यूरिकसे) के द्वारा किये गये अनुसंधान पर आधारित है।
कृभको को कृषि और खाद्य उद्योग श्रेणी में छठा स्थान मिला है। इसमें कृषि उत्पादों की खेती और पशुधन खेती से लेकर कृषि वस्तुओं और जानवरों के औद्योगिक प्रसंस्करण तक की गतिविधियाँ शामिल हैं।
इसमें कृषि उत्पादकों की सहकारी समितियाँ और सहकारी संस्थाओं के संघ दोनों शामिल हैं, जो अपने सदस्यों के लिए कृषि उत्पादों के प्रसंस्करण और विपणन करते हैं।
पाठकों को याद होगा कि कृभको ने वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान 763.16 करोड़ रुपये का कर पूर्व लाभ कमाया था। विशेष रूप से, सोसायटी ने उक्त वित्त वर्ष में 22.21 लाख मीट्रिक टन का यूरिया उत्पादन और 13.24 लाख मीट्रिक टन का अमोनिया उत्पादन किया था।
इसके अलावा, कृभको ने वित्तीय वर्ष 2022-23 में यूरिया और जटिल उर्वरकों सहित 57.08 लाख मीट्रिक टन उर्वरक सफलतापूर्वक सेल किया।
कृभको की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी, कृभको फर्टिलाइजर्स लिमिटेड (केएफएल) ने रिकॉर्ड-तोड़ उत्पादन किया। केएफएल ने 10.95 लाख मीट्रिक टन यूरिया और 6.74 लाख मीट्रिक टन अमोनिया का उत्पादन किया।
ये उपलब्धियाँ कृभको की भारत में कृषि और सहकारी परिदृश्य में इसके महत्वपूर्ण योगदान को रेखांकित करती हैं।