सहकारी भारती ने कर्नाटक के हुबली में प्राथमिक कृषि सहकारी ऋण समितियों (पैक्स) पर दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन का आयोजन किया।
इस अधिवेशन का उद्घाटन कर्नाटक कोआपरेटिव फेडरेशन और विधायक जी टी देवगौड़ा ने किया जबकि समापन सत्र में केंद्रीय सहकारिता एवं पूर्वोत्तर विकास राज्य मंत्री बीएल वर्मा मौजूद रहे। अधिवेशन में देश के 16 राज्यों से विभिन्न सहकारी समितियों के 940 प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
अपने संबोधन में केंद्रीय सहकारिता राज्य मंत्री बी. एल. वर्मा जी ने भारत सरकार द्वारा गठित सहकारिता मंत्रालय की योजनाओं एवम् निर्णयों को बताते हुए पैक्स समितियों की ग्रामीण अर्थव्यस्था में महत्वपूर्ण भूमिका रेखांकित की।
भारत सरकार द्वारा हाल ही में जारी किए गए बहुउद्देशीय पैक्स समितियों के मॉडल बाइलाज के महत्व को बताते हुए वर्मा ने आशा व्यक्त की कि देश की समस्त पैक्स समितियां बहुउद्देशीय कार्यों को करते हुए सभी प्रकार के वित्तीय एवम् गैर वित्तीय सेवाएं लोगो को प्रदान कर सकेंगी।
अधिवेशन में विभिन्न सत्रों में विषय विशेषज्ञों द्वारा पैक्स की अवधारणा उनकी उपयोगिता, आवश्यकता रणनीति, प्रबंधन जैसे महत्वपूर्ण विषयो पर व्यापक चर्चा हुई साथ ही पैक्स समितियों की समस्याओं, कठिनाइयों एवं उनका निराकरण कैसे हो इस पर विस्तृत चर्चा के बाद एक मांग पत्र तैयार किया गया जिसको भारत सरकार एवं प्रदेशों के सरकार को भेजकर इनके निराकरण का प्रयास किया जायेगा जिससे समितियों की प्रगति का मार्ग प्रशस्त होगा।
इस दौरान राष्ट्रीय संगठन मंत्री संजय पाचपोर ने पैक्स की भूमिका उनकी उपयोगिता पर विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि आने वाला कल हमारा है हम सब निष्ठा, ईमानदारी से कार्य करके देश की प्रगति में भागीदार बने।
अधिवेशन में सहकार भारती कर्नाटक के अध्यक्ष राजशेखर, महामंत्री मोहन दास नायक, पैक्स प्रकोष्ठ के संयोजक मल्लिकाअर्जुन जी समेत अन्य ने इसको सफल बनाने में अमूल्य योगदान दिया।
सहकार भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष दीनानाथ ठाकुर, महामंत्री उदय जोशी, सांसद अन्ना साहब जोले, संरक्षक रमेश वैद्य समेत अन्य लोग दो दिवसीय अधिवेशन में मौजूद रहे।