केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह 2 मार्च 2024 को अर्बन कोऑपरेटिव बैंकिंग क्षेत्र के लिए अम्ब्रेला संगठन का औपचारिक उद्घाटन करेंगे।
इस कार्यक्रम का आयोजन विज्ञान भवन में किया जाएगा, जिसमें भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास भी उपस्थिति होंगे।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए राष्ट्रीय शहरी सहकारी वित्त एवं विकास निगम लिमिटेड (एनयूसीएफडीसी) के अध्यक्ष ज्योतिंद्र मेहता ने कहा कि एनयूसीएफडीसी को गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) के रूप में कार्य करने के लिए पंजीकरण प्रमाण पत्र लॉन्च किया जाएगा।
बता दें कि अर्बन कोऑपरेटिव बैंकों के लिए अम्ब्रेला संगठन बनाने का विचार लंबे समय से चर्चा चल रहा है और कई देशों जैसे नीदरलैंड, फिनलैंड, जर्मनी आदि में यह मॉडल सफल सिद्ध हुआ है।
मेहता ने बताया कि आरबीआई द्वारा सीओआर जारी करने के साथ ही एनयूसीएफडीसी शहरी सहकारी बैंकिंग क्षेत्र के लिए एक अम्ब्रेला संगठन (यूओ) के रूप में कार्य करने लगेगा। यह अर्बन कोऑपरेटिव बैंकिंग सेक्टर के लिए स्व-नियामक संगठन (एसआरओ) के रूप में कार्य करने की अनुमति देता है।
एनयूसीएफडीसी में आरबीआई के उपयुक्त और उचित मानदंडों के आधार पर निदेशक मंडल और सीईओ चयनित किया जाएगा।आरबीआई द्वारा 11 अगस्त, 2023 को यूसीबी क्षेत्र के लिए एक अम्ब्रेला संगठन (यूओ) की स्थापना के लिए नैशनल फेडरेशन ऑफ अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक्स एण्ड क्रेडिट सोसाईटीज लिमिटेड (नैफकब) को मंजूरी दी थी, जिससे लगभग 1,500 यूसीबी को आवश्यक आईटी अवसरंचना और संचालन में सहायता मिलेगी।
मेहता ने बातचीत में विशेष रूप से केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह और सहकारिता मंत्रालय को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने एनयूसीएफडीसी के गठन में आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास और वरिष्ठ अधिकारियों की भूमिका को भी सराहा।
अर्बन कोऑपरेटिव बैंकों द्वारा सब्सक्राइब की गई 117 करोड़ रुपये की शेयर पूंजी के साथ, एनयूसीएफडीसी को आरबीआई द्वारा एनबीएफसी के रूप में कार्य करने के लिए सीओआर जारी किया गया है। अगले बारह महीनों में शेयर पूंजी को और जुटाकर 300 करोड़ रुपये तक बढ़ाया जाना है।