गुजरात के अमरेली में एनसीयूआई, सिकटेब और अमरेली जिला सहकारी संघ के सहयोग से चार दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन सोमवार को एनसीयूआई के अध्यक्ष दिलीप संघानी ने अमरेली के सांसद नारणभाई कछाड़िया, अमरेली जिला सहकारी दुग्ध उत्पादक संघ के अध्यक्ष अश्विनभाई सावलिया, एनसीयूआई के डिप्टी सीई सावित्री सिंह, अमरेली जिला सहकारी संघ के अध्यक्ष मनीष संघानी समेत अन्य की उपस्थित में किया।
इस अवसर पर प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए एनसीयूआई के अध्यक्ष दिलीपभाई संघानी ने कहा, “सहकारिता अलग-अलग देशों में अलग-अलग सिद्धांतों पर काम कर रहा है, लेकिन भारत में हमारे प्रधानमंत्री ने सहकारी क्षेत्र को मजबूत करने के लिए सहकारिता के लिए एक अलग मंत्रालय का गठन किया है। भारत में 8 लाख सहकारी समितियाँ हैं जिनसे 30 करोड़ लोग जुड़े हुए हैं”, उन्होंने कहा।
“भारत का सहकारी आंदोलन दुनिया का सबसे बड़ा आंदोलन है। भारत सरकार ने किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए तीन नई बहु-राज्य सहकारी समितियों का गठन किया है। हमें खुशी है कि हमारे पड़ोसी देशों के सहकारी नेता भारत के सहकारिता आंदोलन के बारे में जानने के लिए यहां आए हैं”, उन्होंने कहा।
इस अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में नेपाल, श्रीलंका समेत अन्य देशों के 33 प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हैं।
सहकारी शिक्षा क्षेत्र परियोजनाओं पर केंद्रित पहला सत्र डी. डी. चौहान की प्रस्तुति के साथ शुरू हुआ। इसके बाद, सूरत से सीए गोपाल ढाकन ने सहकारी बैंकिंग और वित्तीय निर्णय लेने के महत्वपूर्ण पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की।
एक प्रतिभागि ने कहा, “यह सहयोगात्मक प्रयास राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय दोनों मोर्चों पर सहकारी विकास को बढ़ावा देने के लिए एनसीयूआई, सिकटेब और अमरेली जिला सहकारी संघ की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।”