राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) के अध्यक्ष डॉ. मीनेश शाह ने असम स्थित पुरबी डेयरी का दौरा किया।
इस दौरान उन्होंने स्लरी प्रसंस्करण केंद्र का निरीक्षण किया। शाह ने कहा कि यह पहल न केवल डेयरी किसानों की आजीविका को बेहतर बनाने में मदद करेगी बल्कि स्वच्छ भारत मिशन और हरित ऊर्जा को भी बढ़ावा देगी।
उन्होंने बताया कि अतिरिक्त बायो स्लरी की बिक्री करके किसान अतिरिक्त आय अर्जित कर सकते हैं। एकत्रित अतिरिक्त स्लरी का उपयोग स्लरी पर आधारित जैविक उर्वरक का उत्पादन करने के लिए किया जाता है।
बायोगैस पर आधारित यह खाद प्रबंधन मॉडल छोटे किसानों की स्वच्छ खाना पकाने की ईंधन की आवश्यकता को पूरा करने और कृषि में पोषक तत्वों से भरपूर बायो स्लरी के उपयोग को बढ़ावा देने में मदद करता है।