कर्नाटक राज्य ग्रामीण विकास और पंचायती राज विश्वविद्यालय (केएसआरडीपीआरयू) और कर्नाटक राज्य सौहार्द फेडरल कोऑपरेटिव लिमिटेड (केएसएसएफसीएल) द्वारा संयुक्त रूप से शुरू किए गए ‘सहकारिता और बैंकिंग प्रबंधन में डिप्लोमा’ (डीसीबीएम) पाठ्यक्रम के दूसरे बैच का उद्घाटन 18 मई 2024 को किया गया।
डीसीबीएम पाठ्यक्रम का उद्देश्य सहकारी क्षेत्र में युवाओं और कर्मचारियों के कौशल को बढ़ाना है। इस पाठ्यक्रम के पहले बैच में 632 लोगों ने भाग लिया था।
पाठकों को याद होगा कि केएसआरडीपीआरयू और केएसएसएफसीएल ने 5 जनवरी, 2023 को एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किये थे। यह साझेदारी सहकारी क्षेत्र में शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से की गई थी।
बेंगलुरु के नृपतंगा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. श्रीनिवास एस. बाली दूसरे बैच के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि थे। उन्होंने डीसीबीएम पाठ्यक्रम के महत्व को उजागर किया।
केएसआरडीपीआरयू के अध्ययन बोर्ड के अध्यक्ष प्रो. एस.एस. हगर और सदस्य मनोहर मस्की ने उपस्थित लोगों को विश्वविद्यालय के पूर्ण समर्थन और उच्च गुणवत्ता वाली अध्ययन सामग्री उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया।
केएसएसएफसीएल के अध्यक्ष जी. नंजना गौड़ा ने पाठ्यक्रम के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने प्रतिभागियों से कार्यक्रम का पूरा लाभ उठाने का आग्रह किया।
केएसआरडीपीआरयू के कुलपति प्रो. डॉ. सुरेश वी. नदगौदार ने डीसीबीएम पाठ्यक्रम को अभिनव बताया और कहा कि ग्रामीण विकास में सहकारी क्षेत्र की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है। उन्होंने प्रतिभागियों को पाठ्यक्रम के दौरान उत्पन्न होने वाले किसी भी मुद्दे को संबोधित करने के लिए विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता का आश्वासन दिया।