महाराष्ट्र के औरंगाबाद स्थित देवगिरी नागरी सहकारी बैंक के अध्यक्ष किशोर शितोले ने बताया कि आगामी कुछ दिनों में बैंक को आरबीआई से शेड्यूल्ड बैंक का दर्जा मिल जाएगा।
शितोले ने कहा, “हमें जल्द ही आरबीआई से शेड्यूल्ड बैंक का दर्जा मिलेगा क्योंकि सभी औपचारिकताएं लगभग पूरी हो गई है। इस संबंध में हाल ही में आरबीआई के नागपुर कार्यालय के क्षेत्रीय प्रमुख के साथ हमारी बैठक हई थी और बैठक काफी अच्छी रही।”
उन्होंने कहा कि शेड्यूल बैंक बनने के बाद हम अपने परिचालन का विस्तार करने और ग्राहकों को और अधिक सेवाएं प्रदान करने में सक्षम होेंगे।
वित्त वर्ष 2023-24 में बैंक ने 2200 करोड़ रुपये के अधिक का कारोबार हासिल किया और 49.89 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया।
शितोले ने बताया कि, बैंक ने वित्तीय वर्ष 2023-24 में सभी वित्तीय मापदंडों पर अच्छा प्रदर्शन किया है। बैंक की जमा राशि 1277 करोड़ रुपये (2022-23) से बढ़कर 31 मार्च 2024 तक 1324 करोड़ रुपये हो गई, जबकि कुल अग्रिम 855 करोड़ रुपये से बढ़कर 891 करोड़ रुपये हो गई। बैंक का शुद्ध एनपीए ‘शून्य’ रहा जबकि सीडी अनुपात 67.34 प्रतिशत रहा।”
बैंक के अध्यक्ष ने कहा, “हमारा बैंक लगातार विकास पथ पर है और हमेशा नई ऊंचाइयों को छूने के लिए प्रतिबद्ध है। हम व्यक्तिगत रूप से सभी ऋण आवेदनों की निगरानी करते हैं ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि कोई गलत ऋण वितरित न हो।”
देवगिरी नागरी सहकारी बैंक की स्थापना 23 जनवरी 1984 को हुई थी। बैंक की 31 शाखाएं हैं। यह मराठवाड़ा का पहला बैंक है जिसने अपने कामकाज के लिए कोर बैंकिंग पैटर्न को चुना है। बैंक आधुनिकीकरण की प्रक्रिया में है और अपने ग्राहकों को उत्कृष्ट और त्वरित सेवाएँ प्रदान कर रहा है।