तमिलनाडु में सहकारी संस्थाओं के चुनाव के मद्देनजर 63.23 लाख अयोग्य सदस्यों को मतदाता सूची से हटाया गया है।
राज्य की करीब 23,000 सहकारी समितियों के 2.20 करोड़ सदस्य हैं, और इन सदस्यों का चुनाव में राजनीतिक रूप से काफी महत्व होता है।
इन सदस्यों को कई कारणों से हटाया गया है, जिसमें उचित दस्तावेजों की कमी, डुप्लीकेट सदस्यता, नियमों का उल्लंघन, मृत सदस्य आदि कारण शामिल हैं।
यह कदम इसलिए उठाया गया ताकि चुनाव प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और निष्पक्ष बनाया जा सके।