अपने पिछले सभी रेकॉर्ड्स को तोड़ते हुए, पश्चिम बंगाल स्टेट कोऑपरेटिव बैंक ने वित्त वर्ष 2023-24 में लगभग 25,000 करोड़ रुपये का कुल कारोबार हासिल किया और 186.82 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया।
बैंक ने उक्त वित्तीय वर्ष में सभी वित्तीय मापदंडों पर वृद्धि दर्ज की है और 933 करोड़ रुपये का नेट वर्थ हासिल किया। 31 मार्च 2024 तक बैंक का शुद्ध एनपीए और सकल एनपीए स्तर क्रमशः 1.29 प्रतिशत (2022-23) से घटकर 1.02 प्रतिशत और 4.98 प्रतिशत से घटकर 4.81 प्रतिशत हो गया।
बैंक का जमा आधार 11,015 करोड़ रुपये (वित्त वर्ष 2022-23) से बढ़कर 13,878 करोड़ रुपये हो गया जबकि अग्रिम राशि 10,081 करोड़ रुपये से बढ़कर 2023-24 में 11,047 करोड़ रुपये हो गई।
इसके अलावा, बैक का कुल कारोबार 24,925 करोड़ रुपये रहा, जो 25 हजार करोड़ रुपये के आंकड़े के बहुत करीब है। बैंक का सीआरएआर 23.72 प्रतिशत रहा।
31 मार्च 2024 तक बैंक की शेयर पूंजी 171.84 करोड़ रुपये से बढ़कर 179.37 करोड़ रुपये हो गई। वित्त वर्ष 2023-24 में बैंक ने 299.82 करोड़ रुपये का परिचालन लाभ कमाया।
बैंक की स्थापना 1918 में हुई थी। पश्चिम बंगाल में 17 केंद्रीय सहकारी बैंक हैं, जिनकी 379 शाखाओं का नेटवर्क है।
पाठकों को याद होगा कि हाल ही में सुजान सरकार ने नए प्रबंध निदेशक के रूप में कार्यभार संभाला है, जिन्होंने नीलांजन सिंह की जगह ली है।