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हैदराबाद स्थित अग्रसेन सहकारी शहरी बैंक नए मुकाम हासिल करने में लगातार प्रयासरत है। वर्तमान में बैंक न केवल आंतरिक प्रणाली को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है, बल्कि बैंक के कामकाज में नवीनतम तकनीक को अपनाने पर भी विचार-विमर्श कर रहा है।
भारतीय सहकारिता संवाददाता से बात करते हुए बैंक के अध्यक्ष प्रमोद केडिया ने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक ने हमारे परिचालन क्षेत्र को बढ़ाकर पुरा तेलंगाना कर दिया है, जो पहले हैदराबाद जिले तक सीमित था।
केडिया ने कहा, “हम जल्द ही ‘शेड्यूल्ड स्टेटस’ प्राप्त करने के लिए आवेदन करेंगे और हमने पांच साल की अवधि के भीतर 1,500 करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार हासिल करने का लक्ष्य रखा है।”
बातचीत के दौरान उन्होंने सहकारी बैंकिंग क्षेत्र से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर निराशा व्यक्त की, जिन्हें जल्द से जल्द हल करने की आवश्यकता है।
उन्होंने दुख जताते हुए कहा, “भारतीय रिजर्व बैंक को सहकारी बैंकों को वाणिज्यिक बैंकों के समान मानना चाहिए। विभिन्न बाधाओं के कारण हमें अपने ग्राहकों को प्रौद्योगिकी-उन्मुख सेवाएं प्रदान करने में बहुत मुश्किल होती है।”
इस विषय पर विस्तार से बताते हुए बैंक के उपाध्यक्ष सीए नवीन अग्रवाल ने नीतिगत बदलावों की आवश्यकता पर प्रकाश डाला, जिससे सहकारी बैंक नई तकनीकों को अधिक सहजता से अपना सकें, जिससे बेहतर सेवा और बैंकिंग क्षेत्र में प्रतिस्पर्धी सुनिश्चित हो सके।
केडिया ने प्राथमिकता क्षेत्र वाले ऋण लक्ष्यों को पूरे करने में आ रही कठिनाइयों के बारे में उल्लेख किया और इन्हें वाणिज्यिक बैंकों की तर्ज पर सहकारी बैंकों को लागू करने की मांग की ।
दिलचस्प बात यह है कि केवल चार शाखाएं होने के बावजूद बैंक का कारोबार 950 करोड़ रुपये से अधिक का है। बैंक ने हाल ही में छह नई शाखाएं खोलने के लिए आरबीआई को आवेदन किया है।
31 मार्च 2024 तक बैंक का जमा आधार और अग्रिम राशि क्रमशः 592.44 करोड़ रुपये और 365.19 करोड़ रुपये रही। बैंक ने 14.14 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करते हुए 8.59 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया। इसके अलावा, सीआरएआर 19.06 प्रतिशत रहा, जो पिछले वित्तीय वर्ष यानी 2022-23 की तुलना में बेहतर है।