तेलंगाना अर्बन कोऑपरेटिव बैंक फेडरेशन ने हैदराबाद स्थित अपने मुख्यालय में आरबीआई के पर्यवेक्षण विभाग (डीओएस) के डीजीएम प्रभुति सामल की उपस्थित में एक संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में तेलंगाना के शहरी सहकारी बैंकों के अध्यक्ष, निदेशक, सीईओ और वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य तेलंगाना में शहरी सहकारी बैंकों (यूसीबी) के मुख्य पदाधिकारियों को बैंक के कामकाज को बढ़ाने के लिए मार्गदर्शन देना था। हालांकि 30 जून, 2024 तक, यूसीबी ने कुल 15,569 करोड़ रुपये का कारोबार दर्ज किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए तेलंगाना यूसीबी फेडरेशन के कार्यकारी अध्यक्ष जी मदन गोपाल स्वामी ने यूसीबी को राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति (एसएलबीसी) में शामिल करने तथा मुद्रा ऋण जैसी सरकारी योजनाओं से जोड़ने की इच्छा व्यक्त की। उन्होंने नई शाखाएँ खोलने की समय-सीमा के बारे में भी चिंता जताई।
इस मौके पर अपने संबोधन में प्रभुति सामल ने फेडरेशन की गतिविधियों की प्रशंसा की तथा यूसीबी को मजबूत बनाने के लिए उनके साथ मिलकर काम करने के लिए अपने विभाग की प्रतिबद्धता व्यक्त की। उन्होंने बताया कि संयुक्त राज्य में पहले 97 यूसीबी थे, जबकि तेलंगाना में अब 48 हैं, जिनमें से सभी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं।
उन्होंने नियमित प्रशिक्षण के माध्यम से क्षमता निर्माण के महत्व पर भी जोर दिया। उन्होंने उम्मीद जताई कि तेलंगाना में कम से कम एक यूसीबी को लघु वित्त बैंक (एसएफबी) में परिवर्तित होने के लिए आगे आना चाहिए।
तेलंगाना में सहकारी बैंकों के प्रदर्शन की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि इन बैंकों का लाभ 150 करोड़ रुपये से बढ़कर 2023-24 में 171 करोड़ रुपये हो गया है।
सामल ने बैंकिंग विनियमन (संशोधन) अधिनियम विधेयक 2024 से जुड़े लोगों के प्रश्नों पर भी जवाब दिया और कहा कि यह अभी संसद में विचाराधीन है। उन्होंने यूसीबी को विशिष्ट मुद्दों पर स्पष्टीकरण के लिए व्यक्तिगत रूप से पर्यवेक्षण विभाग से संपर्क करने की सलाह दी।