पुणे (महाराष्ट्र) स्थित महेश नगरी मल्टी-स्टेट कोऑपरेटिव क्रेडिट सोसाइटी ने वित्तीय वर्ष 2023-24 में शानदार प्रदर्शन करते हुए 1.56 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया है। 31 मार्च 2024 तक सोसाइटी का कुल कारोबार 270 करोड़ रुपये से अधिक रहा, जिसमें जमा आधार 173 करोड़ रुपये और ऋण 99 करोड़ रुपये शामिल हैं।
भारतीय सहकारिता से फोन पर बात करते हुए, सोसाइटी के प्रबंध निदेशक और सीईओ मगराज राठी ने कहा, “हम सोसाइटी के संचालन में नियमों और विनियमों का कड़ाई से पालन करते हैं। हम तेजी से वृद्धि करने के बजाय सतत विकास में विश्वास रखते हैं। हम अपनी आंतरिक प्रणालियों को लगातार मजबूत करने के लिए काम कर रहे हैं, ताकि आने वाली चुनौतियों का सामना किया जा सके।”
राठी ने आगे बताया, “हमारी सोसाइटी संभवतः उन कुछ क्रेडिट सहकारी समितियों में से एक है जो केवल सुरक्षित अग्रिम प्रदान करती हैं। हम रियल एस्टेट या बड़ी कंपनियों को वित्तपोषण नहीं करते हैं और किसी भी ग्राहक को 1 करोड़ रुपये से अधिक का ऋण नहीं देते हैं। हमारा ध्यान स्थानीय समुदाय और पिछड़े लोगों की वित्तीय जरूरतों को पूरा करना है।”
उन्होंने यह भी बताया कि उन्हें केंद्रीय सहकारी समितियों के रजिस्ट्रार से दो नई शाखाएं खोलने की अनुमति मिली है। वर्तमान में सोसाइटी की 6 शाखाओं का नेटवर्क है, और नई शाखाएं सूरत (गुजरात) और पुणे में खोली जाएंगी।
सोसायटी ने 20 सितंबर, 2024 को पुणे के कटराज में अपनी 26वीं वार्षिक आम बैठक सफलतापूर्वक आयोजित की, जहां वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए अपने शेयरधारकों के लिए 9 प्रतिशत लाभांश की घोषणा की गई।
महेश नगरी सोसाइटी का पंजीकरण 7 सितंबर 1998 को हुआ था और इसका संचालन विजय दशमी के शुभ दिन, 1 अक्टूबर 1998 से शुरू हुआ था।