कर्नाटक स्थित श्री अरिहंत कोऑपरेटिव क्रेडिट सोसाइटी ने वित्तीय वर्ष 2023-24 में 2100 करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार किया और 11 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया।
सोसाइटी ने अगले दो वर्षों में 5000 करोड़ रुपये का कारोबार हासिल करने का लक्ष्य रखा है।
भारतीय सहकारिता संवाददाता से बात करते हुए सोसाइटी के अध्यक्ष अभिनंदन पाटिल ने कहा कि श्री अरिहंत कोऑपरेटिव क्रेडिट सोसाइटी निरंतर प्रगति की राह पर है। उन्होंने कहा, “हम हर साल एक नया मील का पत्थर हासिल कर रहे हैं। एक साल पहले ही हमें सेंट्रल रजिस्ट्रार ऑफ कोऑपरेटिव सोसायटीज से बहु-राज्य सहकारी सोसाइटी का लाइसेंस प्राप्त हुआ था और हमने महाराष्ट्र में छह नई शाखाएं खोलीं।”
पाटिल ने आगे कहा, “आने वाले कुछ महीनों में हम कोल्हापुर और सांगली में चार और नई शाखाएं खोलने की योजना बना रहे हैं साथ ही हम गोवा और गुजरात में भी अपने कारोबार का विस्तार करेंगे।”
उन्होंने यह भी बताया कि उनके दिवंगत पिता रावसाहेब पाटिल ने सोसाइटी की वृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। पाटिल ने कहा, “हम पूरी पारदर्शिता के साथ काम करते हैं।”
कर्नाटक और महाराष्ट्र में 60 से अधिक शाखाओं के नेटवर्क के साथ, श्री अरिहंत कोऑपरेटिव क्रेडिट सोसाइटी के करीब 14,000 सदस्य और 5.78 करोड़ रुपये की शेयर पूंजी है।
हाल ही में संपन्न सोसायटी की वार्षिक आम बैठक के दौरान इसने अपने शेयरधारकों को 12% लाभांश देने की घोषणा की।
जब 1990 में सोसाइटी ने अपने कामकाज की शुरुआत की थी, तब इसके पास सिर्फ 870 सदस्य, 4.35 लाख रुपये की शेयर पूंजी, 5.45 लाख रुपये की जमा राशि और 8.45 लाख रुपये के ऋण थे। सोसाइटी का प्रारंभिक मुनाफा मात्र 27,216 रुपये था।