राजस्थान राज्य सहकारी संघ ने जयपुर में 71वें अखिल भारतीय सहकारिता सप्ताह के अवसर पर एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें राज्य के सहकारिता मंत्री गोतम डाक, एनसीयूआई के अध्यक्ष दिलीपभाई सांगाणी और अन्य प्रमुख लोगों ने भाग लिया।
अपने संबोधन में मंत्री डाक ने कहा कि सहकारिता समावेशी विकास का एक ऐसा मॉडल है, जो जाति, वर्ग, रंग या भाषा की सीमाओं को पार करके समाज के हर वर्ग और समुदाय को उनकी जरूरतों और स्थानीय संसाधनों के आधार पर विकास के अवसर प्रदान करता है।
उन्होंने यह भी कहा कि सहकारिता के माध्यम से समान अवसर प्रदान किए जाते हैं, जिससे गरीबी कम होती है और रोजगार के अवसरों में वृद्धि होती है। डाक ने यह स्पष्ट किया कि सहकारिता समावेशी आर्थिक विकास को संभव बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एनसीयूआई के अध्यक्ष दिलीपभाई सांगाणी ने महिलाओं और युवाओं के प्रति दृष्टिकोण बदलने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यदि महिलाओं और युवाओं को सही अवसर मिले तो उनकी अपार क्षमता का सही उपयोग किया जा सकता है, जिससे उनका विकास हो सकता है।
शासन सचिव एवं रजिस्ट्रार, सहकारिता श्रीमती मंजू राजपाल ने कहा कि महिला और युवाओं की शक्ति अपार है। लेकिन संसाधनों के अभाव के कारण उनकी योग्यता का सदुपयोग नहीं हो पा रहा है।
उन्होंने कहा कि यदि प्रदेश की महिलाओं को पर्याप्त अवसर, उद्यमशीलता के लिये प्रशिक्षण, नवीन तकनीक का ज्ञान और उपयुक्त प्लेटफार्म उपलब्ध कराया जावे तो वे विकास नये सोपान गढ़ सकती हैं।