केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को गुजरात के साबरकांठा जिले के हिम्मतनगर में 800 मीट्रिक टन उत्पादन क्षमता वाले अत्याधुनिक पशु आहार संयंत्र का उद्घाटन किया। इस मौके पर गुजरात विधानसभा अध्यक्ष शंकर चौधरी समेत कई प्रमुख हस्तियां मौजूद रहीं।
अपने संबोधन में शाह ने कहा कि साबर डेयरी की स्थापना के रूप में जो बीज बोया गया था, वह आज साढ़े तीन लाख से अधिक परिवारों की आजीविका का आधार बन गया है। उन्होंने बताया कि पशुपालन से जुड़ी कुछ महिलाओं ने उनसे मुलाकात कर कहा कि साबर डेयरी और उसके व्यापार ने उनके जीवन में सम्मान और समृद्धि लाई है।
अमित शाह ने कहा कि डेयरी क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए आज दो मंडलियों को सम्मानित किया गया, जिनमें से एक मंडली ने दूध व्यापार से एक करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया है। उन्होंने सहकारी डेयरी आंदोलन की सराहना करते हुए कहा कि यह महिलाओं के सशक्तिकरण और ग्रामीण विकास का उत्कृष्ट उदाहरण है।
केंद्रीय मंत्री ने किसानों से प्राकृतिक खेती अपनाने की अपील करते हुए कहा कि यह खेती न केवल किसानों की आय बढ़ाएगी बल्कि समाज को गंभीर बीमारियों से बचाने में भी मददगार होगी। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय सहकारी ऑर्गेनिक लिमिटेड और राष्ट्रीय सहकारी निर्यात लिमिटेड की स्थापना की है, जो प्राकृतिक खेती से उत्पादित फसलों को खरीदकर वैश्विक बाजार में निर्यात करेगी।
शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री की ‘गोबरधन योजना’ पशुपालकों और किसानों के लिए क्रांतिकारी साबित हो रही है। गुजरात की कई डेयरियों ने इस योजना के तहत गोबर से खाद बनाने के उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किए हैं। यह खाद खेतों की उपजाऊ शक्ति बढ़ाने के साथ-साथ किसानों के लिए नई आर्थिक संभावनाएं भी खोल रही है।
उन्होंने अमूल के नेतृत्व में श्वेत क्रांति की सफलता का जिक्र करते हुए कहा कि सहकारिता आंदोलन ने न केवल ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त किया बल्कि भारत के किसानों को वैश्विक स्तर पर मान्यता दिलाई। प्राकृतिक खेती के क्षेत्र में भी यह आंदोलन एक नए युग की शुरुआत करेगा।
अमित शाह ने गांधीनगर में फिला विस्टा-2024 डाक टिकट प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया। इसके साथ ही उन्होंने ऐतिहासिक दांडी कुटीर संग्रहालय का दौरा कर दांडी यात्रा के महापुरुषों को श्रद्धांजलि अर्पित की।