केरल स्थित ईसाफ स्वस्रया मल्टी-स्टेट एग्रो कोऑपरेटिव सोसाइटी (ईसाफ कोऑपरेटिव) ने पलक्कड़ में अपने उन्नत दाल प्रसंस्करण संयंत्र में वाणिज्यिक उत्पादन शुरू करने की पूरी तैयारी कर ली है। 26 करोड़ रुपये की लागत से बने इस अत्याधुनिक प्लांट से जल्द ही संचालन शुरू होने की उम्मीद है।
ईसाफ स्मॉल फाइनेंस बैंक के बिजनेस कॉरेस्पॉन्डेंट के रूप में काम करने वाला यह कोऑपरेटिव अब कृषि आधारित अन्य व्यवसायों में विस्तार कर रहा है। इसके तहत केरल में मीट और सब्जी प्रसंस्करण संयंत्र स्थापित करने की योजना बनाई गई है, जिसके लिए आवश्यक औपचारिकताएं पूरी हो चुकी हैं।
आईसीए ग्लोबल कॉन्फ्रेंस के दौरान, ईसाफ कोऑपरेटिव के सीईओ क्रिस्टुडास विक्टर ने किसानों के प्रति सोसाइटी की प्रतिबद्धता पर बल देते हुए कहा कि उनका नया दाल प्रसंस्करण संयंत्र किसानों के लिए मूल्यवर्धन करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह संयंत्र फिलहाल परीक्षण चरण में है और 40 टन प्रतिदिन की क्षमता के साथ काम करेगा।
तामिलनाडु और केरल के 2,000 किसानों के साथ सहयोग करते हुए संयंत्र ने परीक्षण के दौरान 250 किसानों से 100 टन उरद दाल खरीदी है। विक्टर ने कहा, “दालों की मांग बहुत अधिक है, लेकिन उत्पादन सीमित है। हम अन्य राज्यों में फसल उपलब्धता के आधार पर ऐसे और संयंत्र स्थापित करने की योजना बना रहे हैं।”
उन्होंने 70 करोड़ रुपये के मीट और सब्जी प्रसंस्करण संयंत्र की योजना के बारे में भी जानकारी दी। विक्टर ने कहा, “यह सुविधा कृषि उत्पादों को काटने, फ्रीज करने और प्री-कट सब्जियों की निर्यात मांग को पूरा करने में मदद करेगी। इसे पूरी तरह से स्थापित होने में 2-3 साल लगेंगे।”
ईसाफ फाउंडेशन ने 9 राज्यों में 129 किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) की स्थापना की है, जिनके माध्यम से 75,000 किसानों को जोड़ा गया है। विक्टर ने कहा, “हम इन एफपीओ के साथ साझेदारी कर कृषि क्षेत्र में व्यापक अवसर देख रहे हैं।”
ईसाफ कोऑपरेटिव ने हाल ही में अपनी वार्षिक बैठक में अपने कार्यक्षेत्र को 8 राज्यों से आगे बढ़ाने का निर्णय लिया है। यह अंतर्राष्ट्रीय सहकारी गठबंधन (आईसीए) का सदस्य भी है।
वित्त वर्ष 2023-24 में ईसाफ कोऑपरेटिव ने 521 करोड़ रुपये का राजस्व और 63.65 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया। इसकी कुल संपत्ति 31 मार्च 2024 तक 611 करोड़ रुपये थी, और इसमें 10.50 लाख सदस्य शामिल हैं। पिछले तीन वर्षों में इसके कर्मचारियों की संख्या 4,155 से बढ़कर 9,845 हो गई है, जिसमें 7,262 पुरुष और 2,583 महिलाएं शामिल हैं।