गोवा में 13-14 दिसंबर 2024 को आयोजित ‘इंजीनियस बैंकिंग लीडरशिप समिट और आइकॉनिक लीडर्स अवार्ड्स’ के दौरान भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ (एनसीयूआई) के अध्यक्ष दिलीप संघानी को सहकारिता आंदोलन को मजबूत बनाने में अहम योगदान देने के लिए ‘लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड’ से सम्मानित किया गया।
इस कार्यक्रम का आयोजन ई-प्लस और इवेंटलिस्ट कॉन्फ्रेंसेज द्वारा किया गया था, जिसमें सहकारी बैंकिंग क्षेत्र के प्रमुख नेताओं, विशेषज्ञों और हितधारकों ने भाग लिया।
अपने संबोधन में संघानी ने ग्रामीण समुदायों, विशेषकर किसानों और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को वित्तीय सहायता प्रदान करने में सहकारी बैंकों की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया। उन्होंने कहा, “राज्य और जिला सहकारी बैंकों का नेटवर्क देश के ग्रामीण क्षेत्रों में फैला हुआ है, जो ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने और भारत के समग्र विकास में महत्वपूर्ण योगदान देता है।”
कार्यक्रम में गोवा के समाज कल्याण मंत्री सुभाष फाल देसाई, विधानसभा अध्यक्ष रमेश तवडकर, विधायक संकल्प अमोनकर, एनसीयूआई के मुख्य कार्यकारी डॉ. सुधीर महाजन और महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक के पूर्व प्रबंध निदेशक प्रमोद कर्णाड सहित कई लोगों ने भाग लिया।
कार्यक्रम में पांच राज्य सहकारी बैंकों और 16 जिला केंद्रीय सहकारी बैंकों को उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए सम्मानित किया गया।
डॉ. सुधीर महाजन ने सहकारी बैंकिंग के विस्तार के लिए नवीन दृष्टिकोण और उन्नत तकनीकों को अपनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। वहीं, सुभाष फाल देसाई ने सहकारी बैंकों के प्रति केंद्र सरकार और रिजर्व बैंक के सकारात्मक दृष्टिकोण की सराहना की और वित्तीय लेन-देन में पारदर्शिता और साइबर सुरक्षा बढ़ाने के लिए आधुनिक तकनीकों को अपनाने की अपील की।
इस अवसर पर टैनम कंसल्टेंसी, वनस्पैन और योटा जैसी प्रमुख तकनीकी सेवा प्रदाताओं ने सहकारी बैंकिंग प्रणाली को मजबूत करने के लिए समाधान प्रस्तुत किए।
ई-प्लस इंटेलेक्चुअल मीडिया के सीईओ जाहिद सिद्दीकी ने इस आयोजन की सफलता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह ग्रामीण समुदायों को सशक्त बनाने में सहकारी बैंकों की भूमिका पर चर्चा को प्रोत्साहित करने में सहायक रहा।
कार्यक्रम के समापन पर सहकारी बैंकों को मजबूत करने और ग्रामीण सशक्तिकरण में उनके योगदान को सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धताओं को दोहराया गया।