ताजा खबरेंविशेष

श्री संत नागेबाबा मल्टीस्टेट को-ऑप घाटे से उभरी, कमाया मुनाफा

महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में स्थित श्री संत नागेबाबा मल्टीस्टेट को-ऑपरेटिव क्रेडिट सोसाइटी ने घाटे से उबरकर वित्त वर्ष 2023-24 में 1.84 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया।

इस शानदार बदलाव का श्रेय कदुभाऊ काले को जाता है, जिन्होंने सोसाइटी के अध्यक्ष के रूप में इसके पुनर्निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। दिलचस्प बात यह है कि काले ज्यादा पढ़े-लिखे नहीं हैं, क्योंकि उन्होंने केवल नौवीं कक्षा तक पढ़ाई की है, फिर भी सोसाइटी के कार्यों में वह पूरी तरह से समर्पित हैं।

काले ने भारतीय सहकारिता से बातचीत में कहा, “हमें कई उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ा, खासकर कोविड-19 महामारी के दौरान। उस समय स्थिति बहुत गंभीर हो गई थी, लेकिन बुलढाणा अर्बन मल्टीस्टेट को-ऑपरेटिव क्रेडिट सोसाइटी ने हमारी सहायता की और हमें ऋण प्रदान किया। हम उनके सहयोग के लिए हमेशा आभारी रहेंगे।”

उन्होंने यह भी बताया कि सोसाइटी ने न केवल अपने सभी कर्ज चुकाए, बल्कि एक मजबूत व्यवसायिक पोर्टफोलियो भी तैयार किया है। वर्तमान में सोसाइटी का कारोबार 2,000 करोड़ रुपये से अधिक है और एनपीए भी नियंत्रण में है।

काले ने यह भी साझा किया कि सोसाइटी ने 450 से अधिक लोगों को रोजगार प्रदान किया है, जिनमें नए अनुभवहीन युवा, शारीरिक रूप से विकलांग व्यक्ति और अन्य कर्मचारी शामिल हैं। इसके अलावा, सोसाइटी ने गन्ना किसानों के बच्चों को भी नौकरी के अवसर दिए हैं, जो इसके समाज के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

सोसाइटी अपने शेयरधारकों के लिए विशेष सेवाएं प्रदान करती है, जैसे अहमदनगर के अस्पतालों में चिकित्सा उपचार के लिए लंबी दूरी तय करने वाले शेयरधारकों को मुफ्त टिफिन सेवा।

काले का सपना एक ऐसा अस्पताल स्थापित करने का है, जहां गरीबों को सस्ती चिकित्सा सुविधाएं मिल सकें। इसके अलावा, सोसाइटी पोषण अभियान और वृक्षारोपण जैसे राष्ट्रीय अभियानों में सक्रिय रूप से योगदान देने की योजना बना रही है।

सोसाइटी ने गौशालाओं में गायों को बचाने की एक अनोखी पहल शुरू की है। कसाईखानों से कानूनी कार्रवाई के बाद गायों को श्री संत नागेबाबा गौशाला लाया जाता है, जहां वर्तमान में लगभग 200 गायों के लिए भोजन और पानी की व्यवस्था की गई है।

श्री संत नागेबाबा मल्टीस्टेट को-ऑपरेटिव क्रेडिट सोसाइटी ने अपनी मेहनत, नवाचारी पहलों और समाज के प्रति अडिग प्रतिबद्धता से न केवल खुद को संभाला है, बल्कि अन्य सहकारी समितियों के लिए प्रेरणा का एक अद्वितीय उदाहरण प्रस्तुत किया है।

Tags
Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
Close