
केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह ने घोषणा की है कि देश में जल्द ही टैक्सी ड्राइवरों के लिए एक राष्ट्रीय स्तर का सहकारी संगठन स्थापित किया जाएगा। इस पहल का उद्देश्य ड्राइवरों को उचित वेतन, रोजगार सुरक्षा और संगठित लाभ प्रदान करना है, जिससे उन्हें ओला और उबर जैसी राइड-हेलिंग कंपनियों के मॉडल पर कार्य करने का अवसर मिलेगा।
यह सहकारी संगठन सहकारिता मॉडल के तहत संचालित होगा, जिससे टैक्सी ड्राइवरों को वित्तीय स्थिरता और कल्याणकारी सुविधाएं मिलेंगी।
अमित शाह ने यह भी कहा कि सरकार सहकारी क्षेत्र का विस्तार आवश्यक सेवाओं तक करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसमें पेट्रोल पंप, गैस वितरण, राशन दुकानें, दवा स्टोर, वेयरहाउस, जल प्रबंधन, बीज उत्पादन और जैविक खेती जैसी सेवाओं को शामिल किया जाएगा।
यह पहल सहकारी समितियों को आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का अवसर देगी, जिससे नागरिकों को किफायती और सुगम सेवाएं उपलब्ध होंगी।
सरकार के इन प्रयासों से भारत के सहकारी तंत्र को सशक्त बनाया जाएगा, रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे, और विभिन्न उद्योगों में आर्थिक आत्मनिर्भरता को बढ़ावा मिलेगा।