
केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में जानकारी दी कि देश में पंजीकृत 8.32 लाख सहकारी समितियों में से 45,811 समितियां परिसमापन की प्रक्रिया में हैं।
राष्ट्रीय सहकारी डेटाबेस के अनुसार, भारत में 6.37 लाख सहकारी समितियां सक्रिय हैं, जबकि 1.50 लाख से अधिक समितियां निष्क्रिय बनी हुई हैं।
शाह ने बताया कि जुलाई 2021 में सहकारिता मंत्रालय की स्थापना के बाद से इस क्षेत्र को मजबूत करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि पिछले तीन वर्षों में बजट आवंटन में निरंतर वृद्धि हुई है, जिससे सहकारी योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने में मदद मिली है।
सरकार सहकारी क्षेत्र को पुनर्जीवित करने के लिए निरंतर सहयोग, सुधारों और नीतिगत समर्थन के माध्यम से इसे और अधिक सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।