
हिमाचल प्रदेश स्टेट कोऑपरेटिव बैंक ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में 307 करोड़ रुपये का सकल लाभ कमाया।
बैंक के चेयरमैन देवेंद्र श्याम ने इस उत्कृष्ट प्रदर्शन पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि बैंक लगातार एक अग्रणी वित्तीय संस्था के रूप में अपनी पहचान मजबूत कर रहा है।
इस वर्ष बैंक ने उल्लेखनीय प्रगति करते हुए अपने कुल व्यवसाय में 2,000 करोड़ रुपये की वृद्धि की, जिससे यह बढ़कर 27,431.42 करोड़ रुपये तक पहुँच गया। जमा राशि 1,000 करोड़ रुपये से अधिक बढ़कर 16,334.37 करोड़ रुपये हो गई, जबकि ऋण और अग्रिम राशि 11,097.05 करोड़ रुपये तक पहुँच गई।
बैंक ने अपने गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों में भी उल्लेखनीय कमी दर्ज की है। अब ग्रॉस एनपीए 3.66% और नेट एनपीए मात्र 0.26% रह गया है, जो बैंक की मजबूत वित्तीय स्थिति को दर्शाता है।
बैंक के प्रबंध निदेशक शर्वन मंटा ने इस सफलता में योगदान देने के लिए सभी हितधारकों, ग्राहकों और कर्मचारियों को आभार व्यक्त किया है। उन्होंने बताया कि बैंक निरंतर ग्राहक-केंद्रित ऋण योजनाएं शुरू कर रहा है। सशक्त महिला लोन योजना के तहत बैंक ने 39,500 से अधिक महिलाओं को 100 करोड़ रुपये के ऋण वितरित किए।
वहीं, किसान क्रेडिट कार्ड योजना के अंतर्गत 74,000 किसानों को 2,000 करोड़ रुपये से अधिक के ऋण प्रदान किए गए, जिससे कृषि क्षेत्र को मजबूती मिली।
बैंक द्वारा आरंभ की गई “सपनों का संचय योजना” से 10,100 से अधिक युवाओं को लाभ मिला है, जिन्होंने इस योजना के तहत 10 करोड़ रुपये से अधिक की बचत की है।