
सहकारिता मंत्रालय ने “दुनिया की सबसे बड़ी अनाज भंडारण योजना” के तहत चल रहे गोदामों के निर्माण की व्यापक समीक्षा की। इस समीक्षा की अगुवाई सचिव, डॉ. आशीष कुमार भुटानी ने की।
यह योजना 11 राज्यों में 11 प्राथमिक कृषि क्रेडिट सहकारी समितियों (पैक्स) के तहत एक पायलट परियोजना के रूप में शुरू की गई थी, जिसका उद्देश्य खाद्य सुरक्षा को बढ़ाने और किसानों को समर्थन देने के लिए विकेन्द्रीकृत भंडारण ढांचा स्थापित करना है।
अब यह पहल देश भर में 500 अतिरिक्त पैक्स में विस्तारित हो रही है। इस परियोजना में कृषि बुनियादी ढांचा निधि (एआईएफ) और कृषि विपणन बुनियादी ढांचा योजना (एएमआई) जैसी सरकारी योजनाओं का लाभ उठाया जा रहा है, जिसके तहत गोदाम, कस्टम हायरिंग केंद्र, प्रसंस्करण इकाइयाँ और उचित मूल्य की दुकानें स्थापित की जा रही हैं।
यह महत्वाकांक्षी योजना फसल के बाद होने वाली हानियों को काफी हद तक कम करने, किसानों को बेहतर भंडारण विकल्प प्रदान करने, और उनके बाजारों तक पहुंच में सुधार करने की उम्मीद है, जिससे कृषि क्षेत्र की समग्र वृद्धि में योगदान होगा।