
गोवा स्टेट कोऑपरेटिव बैंक ने वित्त वर्ष 2024-25 में शानदार प्रदर्शन करते हुए 10.97 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया है, जो पिछले वर्ष 2023-24 के लाभ से दोगुना से भी अधिक है।
बैंक के कुल कारोबार में भी वृद्धि देखने को मिली, जो 2023-24 के 3,484 करोड़ रुपये से बढ़कर 2024-25 में 3,607 करोड़ रुपये हो गया। जमा राशि 2,359 करोड़ रुपये से बढ़कर 2,405.6 करोड़ रुपये तक पहुँच गई। क्रेडिट-डिपॉजिट (सीडी) अनुपात 49.9% रहा और कुल अग्रिम राशि 1,201.3 करोड़ रुपये रही।
बैंक ने अपनी पूंजी पर्याप्तता अनुपात को भी बेहतर करते हुए 12.3% से बढ़ाकर 12.7% कर लिया है। वहीं, सकल एनपीए (ग्रॉस एनपीए) को घटाकर 4% और शुद्ध एनपीए (नेट एनपीए) को 2.3% तक लाने में सफलता प्राप्त की है।
भारतीय सहकारिता से बातचीत में बैंक के चेयरमैन उल्हास फाल्देसाई ने कहा, “हमने वित्त वर्ष 2024-25 में बेहतरीन प्रदर्शन किया और शुद्ध लाभ में अभूतपूर्व सुधार हासिल किया। हम इस सकारात्मक रुझान को आने वाले वर्षों में भी जारी रखने का प्रयास कर रहे हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि बैंक सतर्क निवेश रणनीतियों और समय पर वित्तीय समीक्षा पर विशेष ध्यान देता है। उन्होंने जोड़ा, “हम प्रतिदिन तरलता (लिक्विडिटी) पर करीबी निगरानी रखते हैं और व्यापार विस्तार के लिए रणनीतिक निवेश करते हैं।”
बैंक ने वित्त वर्ष 2025-26 में 4,000 करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार करने का लक्ष्य तय किया है। फाल्देसाई ने कहा, “हम मजबूत व्यावसायिक प्रथाओं को अपनाकर अपनी बुनियाद को और सुदृढ़ कर रहे हैं।”
गोवा स्टेट कोऑपरेटिव बैंक एक द्विस्तरीय संरचना का पालन करता है, जिसमें 58 पैक्स शामिल हैं, जिनमें से लगभग 50% वर्तमान में लाभप्रद हैं। फाल्देसाई ने कहा, “हम शेष पैक्स को भी वित्तीय रूप से सक्षम बनाने के लिए कृषि-व्यवसाय को बढ़ावा देने और गांव स्तर पर सरकारी योजनाओं से जुड़े शिविरों का आयोजन कर रहे हैं।”
उन्होंने यह भी बताया कि राज्य सरकार ने बैंक में 30 करोड़ रुपये की शेयर पूंजी निवेश की थी, जिसे बैंक 5 करोड़ रुपये की वार्षिक किस्तों में चुका रहा है।
इसके अतिरिक्त, बैंक डिजिटल परिवर्तन पर भी ध्यान केंद्रित कर रहा है और ग्राहकों को बेहतर सेवा प्रदान करने के लिए नई तकनीकी प्लेटफॉर्म विकसित कर रहा है।