इफको के बाद दुसरी सबसे बड़ी उर्वरक सहकारी संस्था कृभको में गुरुवार को हुए चुनाव में नई निदेशकमंडली द्वारा चंद्र पाल सिंह यादव को नए अध्यक्ष के रुप में चुन लिया गया है। यादव के सर्मथन के लिए दिल्ली के अगस्त क्रांति मार्ग पर स्थित एनसीयूआई मुख्यालय में दिग्गज नेताओं समेत कई कार्यकर्तैओं का जमावड़ा लगा हुआ था।
इफको के दो निदेशक शीश पाल और प्रमोद कुमार सिंह भी चंद्रपाल सिंह यादव के प्रोत्साहनवर्धन के लिए आए हुए थे। भारतीय सहकारिता से बिस्कोमॉन के अध्यक्ष सुनील सिंह ने कहा कि चंद्र पाल सिंह यादव की लोगों पर जादुई प्रभाव है और लोगों पर उनकी अच्छी पकड़ है।
गौरतलब है कि डॉ बिजेन्द्र सिंह और डॉ सुनील सिंह ने नए निदेशकमंडल के सामने श्री चन्द्र पाल सिंह यादव को कृभको के नए अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव रखा था और निदेशक मंडली द्वारा इसे सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया।
भारतीय सहकारिता ने पहले ही साफ किया था कि डॉ चंद्र पाल सिंह यादव की जगह और कोई भी निदेशक इस शीर्ष पद को नहीं ले सकता है। भारतीय सहकारिता ने कुछ प्रतिनिधियों से बात की तो ज्यादातर लोगों ने कहा था कि हम इस बार यादव के नाम का ही समर्थन करेंगे।
वी.आर. पटेल गुजरात से कारपोर्रटर है और कृभको के पूर्व अध्यक्ष जो अब बोर्ड के उपाध्यक्ष के रूप में चुने गए है। वहीं सुधाकर चौधरी जिनके खिलाफ के.एन.राजन्ना चुनावी दंगल में उतरे थे एकबार फिर विजय रहे। राजन्ना हार गए। सुधाकर को 114 मतदानों में से 102 वोट हासिल हुए है। गौरतलब है कि के.एन.राजन्ना कर्नाटक से विधायक है।
निदेशकों को निर्वोचित घोषित किया गया। इनके नाम हैं-
डॉ चंद्र पाल सिंह यादव, अध्यक्ष
वी.आर पटेल, उपाध्यक्ष
डॉ बिजेन्द्र सिंह, एनसीसीएफ अध्यक्ष
डॉ सुनील सिंह, बिस्कोमॉन अध्यक्ष
मध्य प्रदेश से भंवर सिंह शेखावत
जलगांव से शैलजा देवी निकाम
गुजरात से परेश पटेल
गौरतलब है कि निदेशकों के नाम की घोषणा एनसीयूआई ऑडिटोरियम में विशेष आम बैठक के दौरान की गई थी। चंद्र पाल यादव को कृभको के नए अध्यक्ष चुने जाने पर बधाई देने के लिए प्रतिनिधियों समेत दिग्गजों का तंता लगा हुआ था।
चंद्र पाल यादव ने चुनाव जितने के बाद भारतीय सहकारिता को बताया कि कृभको को सहकारी क्षेत्र में और अधिक मजबूत बनाना हमारा पहला लक्ष्य है। हम नवीतम तकनीकों का भी उपयोग करेंगे, हमारी टीम बेहद मजबूत है, उन्होंने जोड़ा।