वरिष्ठ कार्यकारी निदेशक श्री ए.के.सिंह को इफको की बोर्ड ने कार्यात्मक निदेशक के रूप में शामिल किया है। गौरतलब है कि यह नियुक्ति मानव संसाधन के स्थान पर की गई है जिसे डॉ जी.एन.सक्सेना के रिटायर्ड होने के बाद कानूनी संबंधित मुद्दों के प्रमुख आर.पी.सिंह इसका कार्यभार देख रहे थे।
श्री ए.के.सिंह को सहकारी विकास निदेशक चुनने का निर्णय 20 मई को इफको की बोर्ड की बैठक में लिया गया था।
बोर्ड द्वारा एक और उल्लेखनीय निर्णय लिया गया कि श्री एम.आर.पटेल को कार्यकारी निदेशक (आईटी) के रूप में चुना गया। मौजूदा समय में श्री पटेल इफको की कांडला यूनिट के कार्यकारी निदेशक है और आईटी से संबंधित क्षेत्रों का उन्हें काफी अनुभव है।
यह पहली बार हुआ है कि आईटी क्षेत्र का कोई आदमी इफको बोर्ड में शामिल किया गया है और किसानों की सबसे बड़ी सहकारी संस्था इफको हाल ही के दिनों में आपने आप को आईटी से जोड़ रहा है। इफको सूत्रों का कहना है कि प्रबंध निदेशक डॉ यू.एस.अवस्थी लगातार व्यावसायिकता और अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी के बढ़ते उपयोग की वकालत करते रहें है।
इफको ने वार्षिक आम बैठक में अपने सदस्य सोसायटियों को अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी के बारे में शिक्षित करने के लिए एक ट्वीटर स्टाल लगाया था और शायद किसी सहकारी संस्था ने पहली बार ऐसा किया है। इफको की एजीएम के दौरान सदस्य सोसायटियों को ऑनलाइन लाभांश का स्थानांतरण किया जाना, किसी सहकारी समितियों के बारे में ऐसा कभी नहीं सुना गया, एक कॉपर्रेटर ने कहा।
पाठको को याद होगा कि एजीएम में कार्यकारी निदेशकों की संख्या में वृद्धि से संबंधित संशोधन किया गया। संशोधन के मुताबिक, आईटी निदेशक के अलावा आठ कार्यकारी निदेशक होंगे। श्री सिंह को डॉ जी.एन सक्सेना के पद पर नियुक्त किया गया और श्री पटेल को आठवें निदेशक के रूप में शामिल किया गया।
गौरतलब है कि नए बोर्ड के सदस्य सिंह और पटेल जून से अपना कार्यभार संभालेंगे।