इफको के प्रबंध निदेशक डॉ यू.एस.अवस्थी ने ओमिफको की बोर्ड की बैठक में हिस्सा लिया और ट्वीट करके कहा कि कंपनी बहुत अच्छी तरह से कार्य करने में सक्षम है।
डॉ अवस्थी के ट्वीट के अनुसार “मस्कट में ओमिफको की बोर्ड की बैठक में हिस्सा लिया। उनके द्वारा किया जा रहा कार्य संतोषजनक है”।
इससे पहले अवस्थी ने आईसीएस सेनेगल की बोर्ड की बैठक में भाग लिया था और उनके प्रर्दशन से वे काफी उत्साहित थे। संकटग्रस्त परियोजना का दुबारा से शुभारंभ होने की खबर से हितधारकों के चेहरे पर मुस्कान आ गई है। लोगों ने सोशल मीडिया के जरिए डॉ यू.एस.अवस्थी द्वारा परियोजना को पुनर्जीवित करने पर बधाई दी।
लेकिन ओमान में गैस की आपूर्ति का मुद्दे दोनों भारत सरकार और इफको के लिये मुश्किल साबित हो रहा है।
डॉ यू.एस.अवस्थी के एक समर्थक ने कहा कि "मुझे लगता है कि गैस की आपूर्ति इस अच्छे प्रदर्शन में बाधा उत्पन्न कर रहा है। ओमिफको को अच्छे प्रदर्शन के लिये बहुत-बहुत बधाई"।
उल्लेखनीय है कि भारत सरकार दीर्घकालीन समझौते के तहत आयातित प्राकृतिक गैस की कीमत में वृद्धि से चिंतित हो रही है।
इससे पहले वित्त मंत्री ने ओमिफको से आयातित यूरिया की कीमतों में वृद्धि के अनुरोध को अस्वीकार कर दिया था। गौरतलब है कि ओमिफको भारत और ओमान कंपनियों का एक संयुक्त उद्यम है।