जब ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल बुधवार को भारत में नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिये दिल्ली में विश्व आर्थिक मंच को संबोधित करने जा रहे थे, तो उसी समय इफको हरियाणा के गुड़गांव स्थित सुरेद्र जाखड़ भवन में 50 Kwp सौर ऊर्जा संयंत्र का शुभारंभ कर रहा था।
विश्व आर्थिक मंच एक अंतरराष्ट्रीय संस्था है, जिसका काम सार्वजनिक-निजी सहयोग के माध्यम से दुनिया की स्थिति में सुधार करना है। इसकी स्थापना 1971 में हुई थी और इसका मुख्यालय स्विट्जरलैंड के जेनेवा में स्थित है।
इफको के प्रबंध निदेशक डॉ यू.एस.अवस्थी ने इस खबर को ट्वीटर के जरिए साझा किया। अवस्थी ने ट्वीट में लिखा कि “ए.के.सिंह, बिजेन्द्र सिंह और टीम को हरियाणा के गुड़गांव स्थित सेक्टर-32 में सुरेद्र जाखड़ भवन में 50 Kwp सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने पर बहुत-बहुत बधाई।
राष्ट्रीय और वैश्विक अनिवार्यता को लेकर सौर ऊर्जा के तालमेल पर बोलते हुये इफको के एमडी ने कहा कि हम पर्यावरण की रक्षा के लिये प्रतिबद्ध है और यह छोटा सा कदम एक बड़े लक्ष्य की दिशा में एक छोटी सी पहल है।
डॉ अवस्थी के ट्वीट के अनुसार “ इफको पर्यावरण के लिये प्रतिबद्ध है। सौर उर्जा का उपयोग करके ऊर्जा की बचत करने की दिशा में इफको का एक अच्छा कदम है”।
अवस्थी के एक समर्थकों ने ट्वीट में लिखा कि “सौर उर्जा बिना प्रदूषण के उत्पन्न होती है इसलिए यह भविष्य की ऊर्जा है”। एक अन्य समर्थक ने कहा कि “इफको में ऐसी पहल करने के लिये सर आपको बधाई”।
पाठको को याद होगा कि हाल ही में इफको की कई इकाइयों को ग्रीन टेक पुरस्कार प्रतियोगिता में पर्यावरण पुरस्कार से नवाजा गया था। इफको की फूलपुर इकाई को ग्रीनम टेक सुरक्षा गोल्ड पुरस्कार दिया गया, इफको की कांडला इकाई को सुरक्षा पुरस्कार से नवाजा गया और इफको की पारादीप इकाई ने पर्यावरण को बचाने में अच्छे प्रर्दशन पर गोल्ड श्रेणी में सुरक्षा पुरस्कार हासिल किया था।