आरआईसीएम पटना द्वारा आयोजित एक समारोह में दिग्गज सहकारी नेताओं ने भाग लिया। इस मौके पर एक प्रशिक्षण कार्यक्रम जिसका शीर्षक “ नेतृत्व विकास- और-व्यवसाय विकास” का उद्घाटन किया गया।
एनसीयूआई के अध्यक्ष डॉ चंद्र पाल सिंह यादव ने समारोह का उद्घाटन किया और कहा कि आर्थिक परिद्रश्य में सहकारी समितियों की भूमिका कई गुना बढ़ गई है। हमें वैश्वीकृत और उदारीकृत अर्थव्यवस्था के साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए अभिनव प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करने की जरूरत है।
कृभको का अध्यक्ष होने के नाते, श्री यादव ने प्रतिभागियों को सभी संभव सहयता देने का वादा किया और पैक्स का व्यवसाय सुधारने के लिए कृषि आदानों की समय पर आपूर्ति करने पर समर्थन दिया।
अजय कुमार चौधरी, आईएएस, रजिस्ट्रार, सहकारी समितियां, बिहार ने कहा कि सदस्यों की भागीदारी सहकारी समितियों की आत्मा है और इस प्रकार सहकारी नेताओं की जिम्मेदारी इस अर्थ में महत्वपूर्ण है। उन्होंने आश्वासन दिया कि सहकारी विभाग द्वारा राज्य स्तरीय सहकारी प्रशिक्षण नीति को तैयार किया जा रहा है।
एनसीसीटी की इकाई आरआईसीएम पटना को एकीकृत सहकारी विकास परियोजना के तहत प्रशिक्षण कार्यक्रम की श्रृंखला को आयोजित करने की जिम्मेदारी दी गई है।
इस मौके पर नेफेड के पूर्व अध्यक्ष बिजेन्द्र सिंह, उत्तर भारत शहरी सहकारी बैंक के निदेशक मुदित वर्मा, परेश भाई आर पटेल, बिखा भाई पटेल, पूनम प्रभाकर, कृभको के एमडी, यू.पी. राज्य सहकारी बैंक के अध्यक्ष अजय रॉय और आंध्र प्रदेश राज्य सहकारी संघ के अध्यक्ष समेत अन्य लोग उपस्थित थे।
नई दिल्ली स्थित एनसीसीटी के महानिदेशक डॉ दिनेश और सचिव मोहन मिश्रा भी इस हाई प्रोफाइल समारोह में उपस्थित थे। समारोह के बाद में इन्होंने आरआईसीएम पटना के संकाय सदस्यों और निदेशकों के साथ प्रशिक्षण पर विचार विमर्श किया।
बिहार राज्य सहकारी बैंक के अध्यक्ष रमेश चंद्र चौबे ने सबको धन्यवाद दिया और पैक्स की समस्यओं को उजागर किया और जल्द से जल्द इन समास्याओं का समाधान के लिए आग्रह किया।