8 अप्रैल को भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ (NCUI) के एक्टिंग मुख्य कार्यकारी ने एक समारोह में संगठन को अलविदा कहा. समारोह में अध्यक्ष श्री चन्द्र पाल सिंह यादव तथा NCUI और एनसीडीसी के अधिकारियों ने भाग लिया.
सेवानिवृत्ति के लाभों पर मनचंदा और NCUI के बीच के संघर्ष में, मनचंदा को आंशिक जीत हासिल हुई. वह रैंक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी के वेतन के साथ के साथ सेवानिवृत्त होना चाहती थीं. NCUI ने तर्क दिया कि चुंकि वह इस पद पर कभी नियमित नहीं हुईं, उनकी मांगे नहीं मांनी जा सकतीं.
श्रीमती मनचंदा के सुखद प्रस्थान के उद्देश्य से वार्ता के कई दौर के बाद यह निर्णय लिया गया कि उन्हें वेतन वृद्धि के रूप में आर्थिक मुआवजा दे दिया जाय जिससे कि उन्हें एक नियमित मुख्य कार्यकारी अधिकारी के बराबर पेंसन मिल सके. उनकी मांग भी स्वीकार कर ली गई.
इस बीच, दिनेश मिश्रा 8 अप्रैल को कार्यभार नहीं संभाल सके. वह अपनी मौजूदा जिम्मेदारी में व्यस्त रहे. वह 13 अप्रैल को कार्यभार संभालने वाले हैं.