अपेक्स बैंक के अध्यक्ष अशोक बजाज ने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना किसानों के लिए अत्यंत ही लाभकारी है, तथा प्राकृतिक आपदा की स्थिति में यह किसानों के लिए आर्थिक सुरक्षा का आधार बनेगी।
बजाज ने आगे कहा कि आगामी खरीफ वर्ष में सहकारी समितियों के 20 लाख किसानों के बीमा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। श्री बजाज ने किसानों के प्रतिनिधि मंडल को बताया कि नई फसल बीमा योजना में वर्तमान में प्रचलित बीमा योजनाओं की कमियों एवं खामियों को दूर कर केन्द्र सरकार ने किसानों के हित में महत्वपूर्ण निर्णय लिया है।
उन्होंने सूचित किया कि नई योजना में फसल कटाई के पूर्व तथा फसल कटाई के बाद भी किसानों को बीमा का लाभ मिलेगा। नई फसल बीमा योजना के तहत किसानों को रबी फसलों के लिए 1.5 प्रतिशत और आगामी खरीफ फसलों के लिए 2 प्रतिशत प्रीमियम देना होगा, शेष भाग केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा वहन किया जावेगा।
प्रीमियम की राशि भी अपेक्षाकृत कम होने से किसानों पर ज्यादा आर्थिक बोझ नहीं आयेगा । इस योजना के तहत क्लेम के लिए किसानों को भटकना नहीं पड़ेगा, प्राकृतिक विपदा की स्थिति में तुरंत बाद ही 25 प्रतिशत क्लेम सीधे प्रभावित किसानों के खाते में पहुंच जावेगा। योजना के तहत खाद्यान्न दलहन एवं तिलहन फसलों के लिए ’एक मौसम एक दर’ की व्यवस्था लागू की गई है।
किसानों की फसल के पूर्ण मूल्य का बीमा कराये जाने का प्रावधान है। पहली बार फसल कटाई के बाद चक्रवात एवं बेमौसम बारिश से होने वाले जोखिम का भी बीमा कवरेज किया गया है । यह योजना छत्तीसगढ़ जैसे सूखा प्रभावित किसानों के लिए निश्चित रूप से संजीवनी का काम करेगा।
सहकारी समितियों के प्रतिनिधि मंडल में किसान राईस मिल नवापारा राजिम के अध्यक्ष माधव प्रसाद मिरी, जिला सहकारी संघ रायपुर के पूर्व अध्यक्ष कुमार सिंह, महासमुंद के अध्यक्ष कुलवंत सिंह चांवला, नगर पंचायत अभनपुर के अध्यक्ष कुंदन बघेल, उपाध्यक्ष किशन शर्मा, सुनील प्रसाद, डाॅ. शंकर चंद्राकर, मन्नूलाल सिन्हा, हेमंत तारक, हेमंत डहर्जी, कैलाश गुप्ता, गुनीराम साहू, रवि बघेल, रामचरण चक्रधारी आदि था।