केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सोमवार को संसद में बजट पेश किया और सहकारी क्षेत्र से जुड़े दिग्गज सहकारी नेताओं ने अपनी-अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की। प्रतिक्रिया देते हुए इफको के एमडी डॉ यू.एस.अवस्थी ने बजट को 10 में 6 नंबर दिए है वहीं सतीश मराठे और सहकार भारती के अध्यक्ष बजट से नाखुश दिखाई दिए।
एक छोटे से संदेश में डॉ अवस्थी ने लिखा कि “मैं और इफको बजट का स्वागत करते हैं। इस बार का बजट किसानों एवं ग्रामीण महिलाओँ के हित में है।
एनसीयूआई के अध्यक्ष डॉ चंद्र पाल सिंह ने बजट में ग्रामीण क्षेत्र को बढ़ावा देने का स्वागत किया लेकिन सहकारी क्षेत्र से आयकर के बोझ को खत्म नहीं किए जाने पर निराश थे। ''हमने सबसे मुलाकात की और प्रधानमंत्री मोदी को पत्र भी लिखा लेकिन कुछ नहीं हुआ,'' उन्होंने कहा।
नफकॉब के अध्यक्ष ने कहा कि सहकारी बैंकों की शीर्ष संस्था इस बार के बजट से नाखुश है। उन्होंने कहा कि बजट बैंकिंग और वित्त क्षेत्र के लिए उत्साहजनक नहीं है।
सहकार भारती के पूर्व अध्यक्ष सतीश मराठे ने फेसबुक वॉल के जरिए अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने लिखा कि “वित्त मंत्री अरूण जेटली ने एक बार फिर सहकारी क्षेत्र को नजरअंदाज किया है, विशेष रूप से बैंकिंग क्षेत्र को। बजट सहकारी क्षेत्र की क्षमता का दोहन करने में नाकाम रही है।