श्रम सहकारी संस्थाओं की शीर्ष संस्था राष्ट्रीय श्रम सहकारी संघ ने पिछले सप्ताह साऊथ दिल्ली में एक संगोष्ठी का आयोजन किया था। संगोष्ठी का विषय “मेक इन इंडिया, कौशल भारत और स्वच्छ भारत अभियान में श्रम सहकारी संस्था की भूमिका” था।
कार्यक्रम का उद्घाटन कृषि राज्य मंत्री मोहनभाई काल्यांजी भाई कुंदरिया ने किया। संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कुंदरिया ने कहा कि सहकारी संगठन महिलाओं को सशक्त बनाने पर जोर दे रहे है। मंत्री ने नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा माननीय प्रधानमंत्री ने किसानों के कल्याण के लिए बजट में बड़ी राशि को मंजूरी दी है। सहकारिता गरीबों की जीवन स्थिति में सुधार लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है, उन्होंने कहा।
संगोष्ठी में भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्याम जाजू, ग्रामीण विकास मंत्री सुदर्शन भगत, एनएलसीएफ अध्यक्ष संजीव कुशालकर, एनसीयूआई के मुख्य कार्यकारी डॉ दिनेश, फिस्कॉफेड के प्रबंध निदेशक बी.के.मिश्रा समेत अन्य लोगों ने भाग लिया।
श्याम जाजू ने किसानों के कल्याण में नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा शुरू की गई योजनाओं पर प्रकाश डाला और कहा कि एनडीए सरकार का मुख्य बिंदु किसानों के जीवन में सुधार लाना है। उन्होंने नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा किए गए कार्य की प्रशंसा की और आग्रह किया कि वे अपनी समस्याओं से अवगत कराएं।
सुदर्शन भगत ने कहा कि सहकारी संस्था देश के अर्थव्यवस्था में अहम भूमिका निभा सकती है। मुझे खुशी हुई जानकार की सहकारी समितियां सौर ऊर्जा के क्षेत्र में काम कर रही है, उन्होंने कहा।
एनएलसीएफ के निदेशक अशोक दबास ने कहा कि कई सहकारी संस्था जैसे अमूल, इफको, कृभको जैसे उदाहरण सहकारी आंदोलन के लिए प्ररेणादायक है।
एनएलसीएफ ने इस मौके पर जिला संघ के प्रतिनिधियों को पुरस्कृत भी किया