केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री, श्री राधामोहन सिंह ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा किसानों के कल्याण के लिए चलाए गये कार्यक्रमों के सकरात्मक परिणाम आने लगे हैं। ये बात उन्होंने कटक के कंदरापुर में आयोजित एक जन सभा में कही।
सिंह ने कहा कि देश के कृषि वैज्ञानिक खेती – किसानी को उन्नत बनाने के लिए दिन रात काम कर रहे हैं और कृषि में आधुनिक तकनीकों के प्रयोग से अनगिनत लोगों को भूखमरी बचाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि एनआर आर आई, कटक के वैज्ञानिकों ने विश्व में पहली बार सीआर धान 310 का विकास किया है जिसमें 11 प्रतिशत प्रोटीन है जबकि सामान्यतः दूसरी किस्मों में केवल 6 से 7 प्रतिशत तक प्रोटीन होता है।
केन्द्रीय कृषि मंत्री ने इस मौके पर बताया कि एन आर आर आई वर्तमान डबल हॉप्लाएड पर अनुसंधान कर रहा है और एक ऐसी विधि विकसित करने का प्रयास कर रहा जिसके सफल हो जाने पर संकर चावल की खेती के लिए किसानों को बाजार से संकर चावल के बीज खरीदने की जरूरत नहीं होगी। इस नई विधि से संकर चावल के गुण एवं विशेषताओं को चावल प्रजातियों में स्थिर कर दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान चावल की खेती को टिकाऊ और लाभप्रद बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है।
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ने सभा में उपस्थित लोगों को बताया कि मई 2014 में केन्द्र में सरकार बनने के बाद किसान कल्याण लिए कई कार्यक्रम शुरू किए गये और इनसे किसानों के जीवन में बदलाव आने शुरू हो गये हैं।
उन्होंने इस संदर्भ में निम्नलिखित योजनाओं का जिक्र किया, पीआईबी द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार।