भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ के अध्यक्ष डॉ चंद्र पाल सिंह को लगता है कि इस साल नवम्बर के लिए निर्धारित आईसीए एशिया-पसिफ़िक की महासभा के आयोजन में निधि की कमी जैसा कोई मुद्दा नहीं होगा, भारतीय सहकारिता से बातचीत में कहा।
मेगा सहकारी सम्मेलन एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय सहकारी सम्मेलन होगा क्योंकि सम्मेलन में विदेशी मेहमानों का बड़ी संख्या में जमावड़ा होगा।
यादव ने कहा कि फंड की समस्या उन्हें होती है, जो कुछ काम नहीं करते और पैसे की मांग करते रहते है, यदि आप इरादे से पवित्र हो तो पूरी दुनिया का सहयोग मिलता है।
वैसे भी, एनसीयूआई को प्रमुख सहकारी महासंघों जैसे इफको, कृभको, एनसीसीएफ ने पहले से ही अपना समर्थन दिया है। यहां तक कि आवास महासंघ जैसे नफकॉब और नफस्कॉब समेत सभी हमारे साथ है, एनसीयूआई अध्यक्ष ने कहा।
गौरतलब है कि हाल ही में आयोजित शिक्षा कोष समिति की बैठक में आईसीए (ए-पी) के लिए 1.5 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया है।
एनसीयूआई के सीई का कहना है कि यह एक अनुमान के अनुसार बजट तय किया गया है लेकिन एनसीयूआई बड़ी सहकारी महासंघों जैसे इफको, कृभकों से योगदान की उम्मीद कर रहा है।