कर्नाटक के गृह और परिवहन मंत्री आर. अशोक ने शुक्रवार को कग्गलिपुरा में कग्गलिपुरा कृषि सहकारी बैंक के नए भवन का उद्घाटन किया.
इस अवसर पर बोलते हुए मंत्री ने सहकारी बैंकों को कहा कि वे सरकारी सहायता पर निर्भर न रहें.
“राष्ट्रीय बैंक मुख्य रूप से व्यापार या उद्योगपतियों के लिए शहरी क्षेत्रों में ऋण देते हैं और वे अधिक लोगों तक नहीं पहुँच सकते. ग्रामीण क्षेत्रों में सहकारी बैंकों को किसानों के विकास और उनके जीवन तथा कृषि की बेहतरी के लिए काम करना चाहिए. मैं और अधिक सहकारी बैंकों को ग्रामीण क्षेत्रों में आने के लिए कामना करता हूं”.
सभी स्वयं सहायता समूहों के साथ मिलकर काम करना चाहिए और कृषि विकास के लिए लोगों का विश्वास जीतना चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार राज्य में कृषि को अधिक महत्व दे रही है, मैं कामना करता हूं कि सभी किसानों को इस से लाभ मिले.
काग्गलिपुरा के किसानों और ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कर्नाटक के हाउसिंग बोर्ड के अध्यक्ष जी.टी. देवेगौड़ा ने कहा, “जहाँ भी सहकारी बैंक हैं, उन स्थानों का विकास हुआ है.
सहकारी बैंक ग्रामीण क्षेत्रों में सक्रिय हैं. चुंकि बैंकों के अधिकारी स्थानीय होते हैं, वे लोगों को बेहतर जानते हैं और फिर ऋण देना आसान हो जाता है.”
“जीने की कला फाउण्डेशन” के संस्थापक श्री श्री रवि शंकर ने कहा: “गांव में 30,000 लोग हैं. केवल 4000 लोगों ने सहकारी समिति की सदस्यता ली है. मैं चाहता हूं कि इस साल के अंत तक सदस्यों की संख्या कम से कम 10,000 होनी चाहिए”.
कग्गलिपुर कृषि सहकारी बैंक “रावुगोडलू कृषि सहकारी संघ की एक शाखा है जिसका सालाना कारोबार 52 करोड़ रु का है.
बैंक के अध्यक्ष, स्टाफ और ग्रामीण कार्यक्रम में उपस्थित थे.