एनसीयूआई की शिक्षा विंग नेशनल सेंटर फॉर कोऑपरेटिव एजुकेशन (एनसीसीई) ने हाल ही में अर्बन सहकारी क्रेडिट क्षेत्र के लिए नेतृत्व विकास कार्यक्रम का आयोजन किया, जहां अन्य विषयों के अलावा, साइबर सुरक्षा के बारे में प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया गया।
इस कार्यक्रम में दिल्ली, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात सहित अन्य राज्यों से आए करीब 42 प्रतिभागियों को साइबर क्राइम और साइबर सुरक्षा के बारे में प्रशिक्षित किया गया।
नेतृत्व विकास कार्यक्रम का आयोजन एनसीयूआई मुख्यालय में किया गया जहां केशलेस प्रणाली को अपनाने, नई कर व्यवस्था, जीएसटी, यूसीबी के लिए ऑडिटिंग आदि विषयों पर चर्चा हुई।
अन्य विषयों में सहकारी समितियों में मूल्य आधारित प्रबंधन, गुणवत्ता और प्रभावी नेतृत्व और सहकारी संस्थानों के लिए ऋण की वसूली में चुनौतियां आदि शामिल थीं।
“सहकारी समितियों के निदेशक मंडल को उनके कर्तव्यों के बारे में जानकारी होनी चाहिए और हम बैंकिंग क्षेत्र से जुड़े विभिन्न विषयों के बारे में शिक्षा प्रदान कर रहे हैं”, एनसीसीई के निदेशक डॉ वी.के.दुबे ने ट्रेनिंग के विषय में भारतीय सहकारिता से कहा।
दुबे ने कहा कि सहकारी बैंकिंग क्षेत्र छोटे व्यवसायियों और कमजोर वर्गें को ऋण उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। यूसीबी और क्रेडिट सहकारी संस्था निजी और राष्ट्रीयकृत बैंकों के साथ प्रतिस्पर्धा करने की क्षमता रखती हैं लेकिन इसके लिए प्रशिक्षित होना बहुत आवश्यक है, उन्होंने कहा।
इस ट्रेनिंग के दौरान प्रतिभागियों को आपस में बातचीत करने के लिए मंच प्रदान किया गया और यूसीबी की चुनौतियों और जुड़े मुद्दों पर चर्चा की गई। कार्यक्रम में नेफ्कॉब के निदेशक योगेश शर्मा ने भी भाग लिया।
अनंत दुबे, सहायक निदेशक, एनसीसीई ने कार्यक्रम का समन्वय किया।