मणिपुर स्थित रेनू हैंडलूम और हैंडीक्राफ्ट कॉपरेटिव सोसायटी एक सफल सहकारी मॉडल के रूप में उभरी है। हालांकि यह संस्था बहुत छोटी है लेकिन महिलाओं को बल देने और उनके जीवन स्तर में बदलाव लाने में सक्रिय है।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर आयोजित कई सहकारी सम्मेलनों में भाषणों के दौरान इस संस्था और इसकी सचिव रेनू देवी का नाम बार-बार लिया गया। एनसीडीसी प्रबंध निदेशक संदीप कुमार नायक ने रेनू सहकारी समिति की प्रशंसा की और कहा कि इसने बांग्लादेश में भी शोरूम का निर्माण किया है। नायक ने कहा कि एनसीडीसी प्रारंभ से ही रेनू सहकारी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है।
एनसीडीसी के एमडी शायद ही जानते होंगे कि रेनू हैंडलूम ने मणिपुर में एक अद्भुत अनाथालय की स्थापना की है। इस अनाथालय में समिति 20 से अधिक लड़कियों को नि:शुक्ल प्रशिक्षण और आवास उपलब्ध कराने में मदद करती है।
पाठकों को ज्ञात होगा कि यह मणिपुर की एकमात्र सहकारी संस्था है जिसे विज्ञान भवन में सहकार भारत द्वारा आयोजित लक्ष्मण राव इनामदार शताब्दी समारोह के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सम्मानित किया था।
इस संवाददाता से बातचीत में संस्था की संस्थापक रेनू देवी ने कहा कि “हम करीब 3000 सदस्यों को प्रशिक्षण देने की योजना बना रहे हैं।
कई अच्छे कार्य करने के अलावा, समिति सहकारी मॉडल को अपनाकर गरीब लोगों के जीवन में बदलाव लाने का काम कर रही है।
सोसायटी के इतिहास को याद करते हुए, रेनू देवी ने बताया कि संस्था की स्थापना 1992 में 130 सदस्यों से हुई थी। 1995 में सोसायटी ने मणिपुर राज्य सहकारी बैंक से करीब 1.8 लाख और राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम (एनसीडीसी) से 2005 में 20 लाख रुपये की वित्तीय सहायता ली थी।
वर्तमान में संस्था के 1,110 सदस्य हैं और उन्हें उनके डिजाइन और कामकाजी क्षमता के आधार पर भुगतान किया जाता है। सोसायटी ने पिछले वित्तीय वर्ष में 1.5 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया था।
इस बीच सोसायटी ने हैंडलूम और हैंडीक्राफ्ट के लिए 2 वर्कसेड्स के साथ-साथ 36 कढ़ाई मशीनें और 26 हैंडलूम मशीनों को अपनाया है।रेनू हैंडलूम अपने उत्पादों को देश-दुनिया के विभिन्न भागों में जैसे कि इटली, जर्मनी, चीन, बांग्लादेश आदि में निर्यात करती है।
हाल ही में, सोसायटी ने अपनी 28वीं शाखा का शुभारंभ किया था जिसका उद्घाटन राज्य की सहकारिता मंत्री नीम्चा किप्जन ने इंफाल में किया था। मंत्री ने रेनू हैंडलूम के काम की प्रशंसा की और कहा कि अगर हमारे यहां रेनू जैसे दस-बराह महिलाएं और होंगी तो मणिपुर सहकारी समितियों के माध्यम से विकसित हो सकेगा।
रेनू हैंडलूम और हैंडीक्राफ्ट कॉपरेटिव सोसायटी साड़ी, शॉल, रसोई के सेट, कुशन कवर, बिस्तर कवर, फाइल कवर, डाइनिंग लाइनर, पर्दा, लेडीज़ बैग, कुना पेन स्टैण्ड, सहित अन्य उत्पाद बनाती है।
इन सभी उत्पादों को ऑफ़लाइन के साथ ऑनलाइन भी बेचा जाता है। साथ ही सोसायटी इंडिया मार्ट के जरिए भी अपने उत्पादों को बेचती है।