गुजरात स्थित सूरत पीपुल्स कोऑपरेटिव बैंक कई वर्षों से बैंक को मल्टी स्टेट शेड्यूल्ड स्टेटस का दर्जा दिलाने के लिए कृषि मंत्रालय के ईद गिर्द घूम रहा था और हाल ही में केंद्रीय रजिस्ट्रार द्वारा जारी बैंक को पंजीकरण प्रमाण पत्र ने बैंक के इस सपने को पूरा कर दिया है।
मल्टी स्टेट शेड्यूल्ड स्टेटस पाकर अब बैंक महाराष्ट्र में अपने कारोबार का विस्तार करने में सक्षम है।
पाठकों को याद होगा कि बैंक को पिछले महीने केंद्रीय रजिस्ट्रार के कार्यलय से एक पत्र प्राप्त हुआ था जिसमें मंत्रालय ने मल्टी स्टेट शेड्यूल्ड स्टेटस पाने के लिए बैंक को अपने उप-नियमों में संशोधन करने के लिए कहा था।
इससे पहले, यूसीबी ने मल्टी स्टेट शेड्यूल्ड स्टेटस पाने के लिए कृषि मंत्रालय में एक प्रस्ताव भेजा था। हालांकि, कृषि मंत्रालय ने प्रस्ताव का अध्ययन करने के बाद बैंक को अपने उप-नियमों में संशोधन करने और आवेदन में पाई गई खामियों को दूर करने के लिए कहा था।
अपने पत्र में केंद्रीय रजिस्ट्रार ने कहा है कि “मल्टी स्टेट कोऑपरेटिव सोसाइटी अधिनियम 2002 के प्रावधानों के तहत सूरत पीपुल्स कोऑपरेटिव बैंक लिमिटेड, वसुधरा भवन, तिमलीयवाद, नानपुर, को मल्टी स्टेट शेड्यूल्ड स्टेटस का दर्जा दिया गया है। बैंक अब अपने कारोबार का विस्तार गुजरात के अलावा महाराष्ट्र राज्य में भी कर सकता है”।
वहीं बैंक को मल्टी स्टेट शेड्यूल्ड स्टेटस का दर्जा मिलने के बाद भारतीय सहकारिता ने बैंक के अध्यक्ष मुकेश गजार से कई बार बात करने की कोशिश की लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया।
हालांकि कई दिनों पहले इस संवाददाता से बातचीत में गजार ने कहा था कि “अगर बैंक को मल्टी स्टेट शेड्यूल्ड स्टेटस मिलता है तो बैंक वित्तीय संकट से जुझ रही महाराष्ट्र स्थित सन मित्रा सहकारी बैंक लिमिटेड को टेकओवर करेगी और इस टेकओवर के बाद यह हमारी महाराष्ट्र में पहली शाखा होगी”।
बैंक की स्थापना 1922 में हुई थी और 85,000 से ज्यादा लोग बैंक के सदस्य हैं। बैंक ने 2016-17 के दौरान 33 करोड़ का लाभ अर्जित किया था और बैंक अपने सदस्यों को 15 प्रतिशत लभांश देता है।