कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के राज्य मंत्री परषोत्तम रुपला ने कहा कि फार्म मशीनरी ट्रेनिंग एंड टेस्टिंग इंस्टीट्यूट (एफएमटीटीआई) देश के विभिन्न भागों में अवस्थित है और इसका उपयोग कृषि प्रशिक्षण और प्रदर्शन प्रदान करने के लिए किया जाता है।
इस संदर्भ में मंत्री ने बुदनी (एमपी), हिसार (हरियाणा), अनातापुर (एपी) और विश्वनाथ चरियाली (असम) की गणना की, और इस सूची में टीएनएयू, कोयंबटूर, आईआईटी खड़गपुर, ओयूएटी, भुवनेश्वर,नेरिस्ट निर्जुली और सीआईएई, भोपाल में स्थित आईसीएआर की ऑल इंडिया फसल रिसर्च प्रोजेक्ट्स (एआईसीआरपी) को भी जोड़ा।
विभिन्न कृषि मशीनरी के प्रशिक्षण और प्रदर्शन आयोजित करने के लिए राज्य सरकारों को कृषि, सहयोग और किसान कल्याण विभाग (डीएसी और एफडब्ल्यू) की कृषि मशीनीकरण (एसएमएएम) योजना पर उप मिशन के तहत धन भी प्रदान की जाती है, मंत्री ने बताया।
मंत्री ने बताया कि देश में स्व-प्रचालित धान ट्रांसप्लानेटर मशीन के लगभग 19 विनिर्माण हैं और मशीन बाजार में पर्याप्त रूप से उपलब्ध है।
बता दें कि पिछले 4 वर्षों के दौरान, आईसीएआर ने कृषि मशीनीकरण के क्षेत्र में 48 प्रौद्योगिकियों का विकास किया है।