केरल में बाढ़ के बाद लोगों को मदद पहुंचाने के लिए सहकारी समितियां आगे आ रही हैं। केरल की जानी-मानी श्रम सहकारी संस्था यूएलसीसीएस के साथ-साथ कई सहकारी समितियां इस दुख की घड़ी में लोगों की मदद करने में सक्रिय हैं।
बाढ़ पीडितों के लिए संसाधनों की जरूरतों के अलावा, इनमें से कई सहकारी संस्थाओं ने नकद योगदान भी दिया है। इसी क्रम में उरलंगल लेबर कॉन्ट्रैक्ट को-ऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड (यूएलसीसीएस) ने केरल के मुख्यमंत्री राहत निधि में 25 लाख रुपये की राशि का चेक दिया है।
“राज्य में बाढ़ के कारण स्थिति काफी खराब होने के चलते केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने हाल ही में लोगों से मुख्यमंत्री राहत निधि में योगदान देने की अपील की थी और यह भी एक कारण था कि हमने योगदान दिया”, यूएससीसीएस के एक अधिकारी ने बताया।
यूएलसीसीएस के अध्यक्ष रमेश पलेरी ने व्यक्तिगत रूप से मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन को चेक सौंपा। इस मौके पर अध्यक्ष के अलावा, यूएलसीसीएस के प्रबंध निदेशक शाजू एस और सीईओ-यूएलसीसीएस समूह रविंद्रन कस्तूरी समेत अन्य लोग मौजूद थे।
बताया जा रहा है कि कई अन्य सहकारी समितियां दवाइयां, सैनिटरी नैपकिन, पानी के डब्बे, पीड़ितों के लिए भोजन जैसी तमाम आवश्यक वस्तुएं मुहैया करा रही है।
इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 500 करोड़ रुपये की अतिरिक्त राहत देने की घोषणा की है। प्रधानमंत्री ने बाढ़ में घायल और मारे गए परिवारों के लिए मुआवजा देने की भी घोषणा की है।
कई संगठनों, सरकार, सेना, सहकारी संस्था और गैर सरकारी संगठन के अलावा आरएसएस स्वयंसेवकों द्वारा केरल के लोगों की मदद करने की खबरे भी मीडिया की सुर्खियां बनी हुई हैं। स्थानीय लोगों की मदद करने से जुड़ी उनकी कई तस्वीरें सोशल मीडिया पर वाइरल हो रही है।
बताया गया है कि 7.8 लाख से अधिक लोगों को राहत शिविरों में स्थानांतरित किया गया है। बाढ़ में 8 हजार घर तबाह हो गए हैं और लगभग 26 हजार घर क्षतिग्रस्त हो चुके हैं।